फिरौती के लिए अपहृत व्यवसायी नेपाल से मुक्त
बैरगनिया (सीतामढ़ी) : थाना क्षेत्र के मुसाचक गांव से फिरौती के लिए अपहृत व्यवसायी रामकृपाल साह को नेपाल से मुक्त कराते हुए एक अपहरणकर्ता को भी पुलिस ने धर दबोचा है. यह सफलता एसपी हरिप्रसाथ एस द्वारा गठित पुलिस टीम को मिली है. पुलिस की गिरफ्त में आये युवक की पहचान मेजरगंज थाना क्षेत्र के […]
बैरगनिया (सीतामढ़ी) : थाना क्षेत्र के मुसाचक गांव से फिरौती के लिए अपहृत व्यवसायी रामकृपाल साह को नेपाल से मुक्त कराते हुए एक अपहरणकर्ता को भी पुलिस ने धर दबोचा है. यह सफलता एसपी हरिप्रसाथ एस द्वारा गठित पुलिस टीम को मिली है. पुलिस की गिरफ्त में आये युवक की पहचान मेजरगंज थाना क्षेत्र के राजेश मिश्र के रूप में हुई है.
अपहरणकर्ताओं ने रामकृपाल के परिजन को फोन कर फिरौती की राशि के साथ रविवार को ढ़ेंग बुलाया. फिरौती की राशि लेकर पहुंचे मिश्रीलाल पर पुलिस भी नजर रखी हुई थी. किसी कारण शक होने पर अपहरणकर्ताओं ने मिश्रीलाल को पुन: राशि लेकर नेपाल के रौतहट जिला के ब्रह्मपुरी गांव से सटे बागमती नदी के किनारे बुलाया. एसपी के निर्देश पर मिश्रीलाल को लेकर पुलिस टीम नेपाल पहुंची. वहां नेपाली पुलिस के साथ भारतीय पुलिस सादा लिबास में बागमती किनारे घेराबंदी कर अपहरणकर्ताओं का इंतजार करने लगी.
अपाची से पहुंचे दो युवक
फिरौती की राशि लेने के लिए अपाची गाड़ी पर सवार दो युवक मिश्रीलाल के पास पहुंचे. पुन: शक होने पर दोनों भागने लगे. पुलिस ने खदेड़ कर एक युवक को दबोच लिया. दूसरा भागने में सफल रहा.
गौरतलब हो कि एक सप्ताह पूर्व जोतखी साह ने पुलिस से अपने पुत्र रामकृपाल के अपहरण की शिकायत दर्ज करायी थी. बताया था कि रामकृपाल के मोबाइल नंबर-9631320059 से पिता के मोबाइल नंबर-7654786211 पर पहले 20 लाख, उसके बाद 15 लाख एवं कुछ दिन बाद से 10 लाख फिरौती की मांग की जा रही थी.
रामकृपाल के बहनोई पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन थाना अंतर्गत झाझरा गांव निवासी हरेंद्र साह के मोबाइल नंबर-9939828322 पर भी रामकृपाल के मोबाइल से ही फिरौती की उक्त रकम की मांग की गयी थी. कॉल करनेवाले ने बताया था कि वह उसके घर से 20 किमी की दूरी पर बात कर रहा है. फिरौती की रकम नहीं मिली तो पुत्र को जान से हाथ धोना पड़ सकता है.
रामकृपाल को किया मुक्त
गिरोह के एक सदस्य की गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर अपहरणकर्ताओं ने रामकृपाल को मोहनीमंडल स्टेशन के पास लाकर मुक्त कर दिया. मुक्त होने के बाद रामकृपाल रविवार की रात घर पहुंच गया. इधर पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की निशानदेही होने के बाद ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है.