पूर्व सांसद पुत्र की उदासी ने रूलाया
गुंजेश, अरविंद व प्रवीण रहे खामोशहर किसी की नजर थी तीनो भाई परसीतामढ़ी. कहा गया है कि व्यक्ति नहीं बल्कि समय बलवान होता है. इस पंक्ति की सार्थकता मंगलवार को सीतामढ़ी न्यायालय परिसर में उस वक्त सही साबित होता दिख रहा था, जब पूर्व सांसद नवल किशोर राय के तीनोंपुत्र क्रमश: गुंजेश कुमार नवीन, अरविंद […]
गुंजेश, अरविंद व प्रवीण रहे खामोशहर किसी की नजर थी तीनो भाई परसीतामढ़ी. कहा गया है कि व्यक्ति नहीं बल्कि समय बलवान होता है. इस पंक्ति की सार्थकता मंगलवार को सीतामढ़ी न्यायालय परिसर में उस वक्त सही साबित होता दिख रहा था, जब पूर्व सांसद नवल किशोर राय के तीनोंपुत्र क्रमश: गुंजेश कुमार नवीन, अरविंद कुमार व प्रवीण कुमार एक-दूसरे को देख कर अपने पिता के भविष्य को लेकर चिंतित दिख रहे थे. न्यायालय परिसर में मौजूद लोगों की नजर हर पल इन तीनो भाइयों पर टिकी थी. जो अपलक न्यायालय के उस चौखट पर नजरे जमाये चिलचिलाती धूप में खडे़ थे, जहां से उनके पिता के राजनीतिक भविष्य का फैसला होने वाला था. चंद दिन पूर्व तक अपने पिता के राजनीतिक कद पर खुशनसीब मानने वाले भाइयों की दशा पर कुछ समर्थकों के आंखों से आंसू टपक पड़ा. जिला जदयू उपाध्यक्ष भरत प्रसाद, दिनेश प्रसाद यादव, संजय सिंह, सुदिष्ट कुमार, वीरेंद्र कुमार यादव समेत दर्जनों लोगों ने तीनों भाइयों का हौसला बढ़ाते रहे, लेकिन अंतिम समय तक इनके चेहरा से मायूसी को दूर कर पाने में सभी विफल रहे.