प्रताड़ना मामले की सुनवाई आज

सीतामढ़ी : एक पुत्र के लिए पिता क्या कुछ नहीं करता है. तरह-तरह की परेशानियों को ङोल पिता की कोशिश होती है कि पुत्र को कोई परेशानी न हो. बावजूद बड़ा होकर कोई पुत्र पिता को प्रताड़ित करे तो उस पिता के दिल पर क्या गुजरता होगा, का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. साहित्यकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2015 8:58 AM
सीतामढ़ी : एक पुत्र के लिए पिता क्या कुछ नहीं करता है. तरह-तरह की परेशानियों को ङोल पिता की कोशिश होती है कि पुत्र को कोई परेशानी न हो. बावजूद बड़ा होकर कोई पुत्र पिता को प्रताड़ित करे तो उस पिता के दिल पर क्या गुजरता होगा, का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है.
साहित्यकार रामबाबू नीरव के एक कहानी की एक लाइन है ‘ जिनके पास संवेदना नहीं होती वे किसी भी रिश्ते की कद्र नहीं करते’. पिता सुरेश महतो की बातों में अगर सच्चई है तो उक्त पंक्ति पुत्र राम एकबाल महतो पर सटीक बैठती है. सुरेश महतो रीगा प्रखंड की कुसमारी पंचायत के उफरौलिया टोल वार्ड नंबर-4 के निवासी हैं. उन्होंने डीएम के जनता दरबार में आवेदन देकर बताया है कि पुत्र राम एकबाल महतो उन्हें प्रताड़ित करता है. वह भी वर्षो से. भरण-पोषण नहीं करता है. बराबर मारपीट करता है. गाली-गलौज भी करते रहता है. पिता सुरेश की माने तो पुत्र राम एकबाल न तो खाना-पीना देता है और न हीं तन ढ़कने को कपड़ा.
राम एकबाल ने डीएम को बताया है कि उसके नाम से इंदिरा आवास का पैसा मिला था जो सुरेश महतो ने छीन लिया. पैसा मांगने पर उसके साथ मारपीट करता है. कहा है कि वह राज्य सरकार से शिकायत कर चुका है, पर अब तक उसे इंसाफ नहीं मिला है. पिता की प्रताड़ना से पूरी तरह टूट चुके श्री महतो ने बड़ी आशा के साथ डीएम के जनता दरबार में शिकायत की है. राम एकबाल को भेजे पत्र में एसडीओ संजीव कुमार ने कहा है कि सुनवाई की तिथि को अगर उपस्थित नहीं होते हैं तो हजार रुपया प्रतिदिन की दर से जुर्माना किया जा सकता है.
साथ हीं उक्त एक्ट के तहत भरण-पोषण नहीं करने के आरोप में तुरंत एक माह के लिए जेल भेजा जा सकता है. एसडीओ ने राम एकबाल को आगाह किया है कि निर्धारित तिथि को अपना पक्ष रखे अन्यथा कार्रवाई की जायेगी. कुसमारी मुखिया को भी सुनवाई के दौरान मौजूद रह कर मामले के निष्पादन में सहयोग करने का आग्रह किया गया है.

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