अधिवक्ता हत्याकांड में लक्ष्मण चौबे का आत्मसर्मपण

फोटो-16 न्यायिक हिरासत में जेल जाता लक्ष्मण चौबे — न्यायिक प्रक्रिया के बाद अभिरक्षा में भेजा गया जेल– नौ सितंबर 2014 को हुई थी अधिवक्ता रणधीर कुमार की हत्या– मामले में पुलिस ने बैरगनिया से एक अपराधी को भेजा था जेलसीतामढ़ी. पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रणधीर कुमार की हत्या मामले में आरोपित लक्ष्मण चौबे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2015 9:06 PM

फोटो-16 न्यायिक हिरासत में जेल जाता लक्ष्मण चौबे — न्यायिक प्रक्रिया के बाद अभिरक्षा में भेजा गया जेल– नौ सितंबर 2014 को हुई थी अधिवक्ता रणधीर कुमार की हत्या– मामले में पुलिस ने बैरगनिया से एक अपराधी को भेजा था जेलसीतामढ़ी. पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रणधीर कुमार की हत्या मामले में आरोपित लक्ष्मण चौबे उर्फ लक्ष्मण बाबा ने सोमवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अशोक कुमार गुप्ता के न्यायालय में आत्मसर्मपण कर दिया. कोर्ट ने न्यायिक प्रक्रिया के बाद आरोपित को न्यायिक हिरासत में मंडल कारा भेज दिया. घटना के संबंध में नगर थाने की पुलिस ने नौ सितंबर 2014 को चौकीदार नथुनी साफी के बयान के आधार पर अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था. मामले में बैरगनिया से एक अपराधी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. उक्त अपराधी से पूछताछ में लक्ष्मण चौबे का नाम सामने आया था. उधर आत्मसर्मपण के बाद चौबे ने बताया कि वह इस मामले में निर्दोष है तथा पुलिस साजिश के तहत फंसा रही है. अधिवक्ता की पत्नी सिप्पी कुमारी ने भी पटना उच्च न्यायालय में उन्हें केस से बरी करने के लेकर आवेदन दे चुकी है. मालूम हो कि एलआइसी के अवकाश प्राप्त अधिकारी स्व महेश्वर प्रसाद सिंह के छोटे पुत्र रणधीर कुमार की अपराधियों ने उनके गुदरी रोड रिम टावर के पास स्थित घर में हत्या कर दी थी. नगर थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर रामा कांत प्रसाद सिंह ने सशस्त्र बल के साथ पहुंच कर कमरे से रणधीर का शव बरामद किया था.

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