जलाभिषेक को ले शिवालयों की साफ-सफाई शुरू
सीतामढ़ी : जलाभिषेक को लेकर जिले के शिवालयों की साफ-सफाई शुरू हो गयी है. श्रद्धालु पूजा की तैयारी में जुट गये हैं. पूजा सामग्री की बिक्री आरंभ हो गयी है. प्रथम सोमवारी को अनुमान लगाया जा रहा है कि जिले के विभिन्न शिवालयों में लाखों लोग जलाभिषेक करेंगे. इसको लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली […]
सीतामढ़ी : जलाभिषेक को लेकर जिले के शिवालयों की साफ-सफाई शुरू हो गयी है. श्रद्धालु पूजा की तैयारी में जुट गये हैं. पूजा सामग्री की बिक्री आरंभ हो गयी है. प्रथम सोमवारी को अनुमान लगाया जा रहा है कि जिले के विभिन्न शिवालयों में लाखों लोग जलाभिषेक करेंगे. इसको लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गयी है.
दंडाधिकारी व पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति का आदेश निकाला जा चुका है. खासतौर पर जिले के कुछ महत्वपूर्ण शिवालयों में सुरक्षा व श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए खास इंतजाम किये जा रहे हैं. महत्वपूर्ण शिव मंदिर व उसका महत्व इस प्रकार हैं :
शहर से पांच किलोमीटर पश्चिम-उत्तर कोन पर फतहपुर गिरमिसानी गांव में स्थित हलेश्वर स्थान शिव मंदिर का धार्मिक ग्रंथों में खास महत्व है. जनश्रुति के अनुसार एक बार राजा जनक के राजपाट में मिथिला में भयंकर अकाल पड़ कर सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी. तब ऋषि व मुनियों के कहने पर राजा जनक ने हलेष्ठी यज्ञ कर शिव की पूजा कर हल चलाया था. इसी स्थान पर राजा जनक ने ज्योतिर्लिग मंदिर की स्थापना की. आस्था को लेकर श्रवणी सोमवारी को विशाल भीड़ उमड़ती है.
जल बोझने के लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना
सीतामढ़ी. श्रवणी की पहली सोमवारी को जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह चरम सीमा पर है.शुक्रवार को सैकड़ों शिव-भक्त जल बोझने के लिए साइकिल से पहलेजा घाट रवाना हुए. सुरेश प्रसाद, उमेश सिंह, विवेक गिरी, महादेव साह, रामजपुर प्रसाद, सोहन झा, मुकेश राय समेत अन्य ने बताया कि जल बोझने के बाद वापस लौट कर वे शिवालय में जलाभिषेक करेंगे.