पानी के लिए हो रही मारामारी

करीब 200 फीट तक वाले चापाकल से नहीं आ रहा पानी पीएचइडी विभाग नहीं सुन रहा : मुखिया सीतामढ़ी/परिहार : जिले के परिहार प्रखंड की नरंगा उत्तरी व दक्षिणी पंचायत के दर्जन भर गांवों में पेयजल के लिए गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है. लोगों में पानी के लिए हाहाकार मच गया है. समस्या एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2015 6:29 AM
करीब 200 फीट तक वाले चापाकल से नहीं आ रहा पानी
पीएचइडी विभाग नहीं सुन रहा : मुखिया
सीतामढ़ी/परिहार : जिले के परिहार प्रखंड की नरंगा उत्तरी व दक्षिणी पंचायत के दर्जन भर गांवों में पेयजल के लिए गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है. लोगों में पानी के लिए हाहाकार मच गया है. समस्या एक माह से अधिक से बनी हुयी है. पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता भी राज्य सरकार को पेयजल की उत्पन्न इस गंभीर समस्या से अवगत करा चुके हैं. इस संदर्भ में सरकार ने विस्तृत रिपोर्ट तलब की है.
250-300 फीट नीचे खिसका जलस्तर
दोनों पंचायतों में सरकारी व निजी करीब 300 चापाकल ठप हो गया है. ग्रामीणों की माने तो उसी चापाकल से पानी नहीं आ रहा है, जिसमें 200 फिट तक पाइप का उपयोग किया गया है. 250 से 300 फिट वाले चापाकल से पानी निकल रहा है. हालांकि इस तरह के चापाकलों की संख्या काफी कम है. ऐसे चापाकलों से ही लोगों को पानी लेना पड़ रहा है. स्थिति यह है कि एक चापाकल पर पानी लेने के लिए लोगों की लाइन लगी रहती है.
ग्रामीणों में अफवाह
ग्रामीणों में कथित तौर पर यह अफवाह फैल गया है कि एक तो गरमी का समय है और दूसरे कि धान की खेतों में सिंचाई के लिए बड़ी संख्या में पंपसेट चलने के कारण हीं जलस्तर नीचे जा रहा है और चापाकल से पानी नहीं आ रहा है.
क्या कहते हैं विभागीय
तकनीशियन
पीएचइडी के तकनीशियन सुनील कुमार ने बताया कि खबर मिलने पर दोनों पंचायतों में सर्वे करा सरकार को रिपोर्ट भेजी गयी थी, जिसके आलोक में विस्तृत रिपोर्ट की मांग की गयी है. इसकी भी कार्रवाई की जा रही है.
ग्रामीण गोविंद झा, मंजु पासवान, रामराज महतो, विनोद मिश्र, कारी महतो, सरोज महतो, शिवजी पासवान, बैजू मिश्र, सुशील मिश्र व प्रमोद झा ने बताया कि पेयजल की संकट से हर कोई वाकिफ है,
लेकिन न तो जन प्रतिनिधि और न हीं प्रशासन व विभाग के स्तर से कोई ठोस कदम उठाया गया है. विभाग द्वारा इसकी जांच नहीं की जा रही है कि आखिर इसी दो पंचायत में जल का स्तर इतना नीचे कैसे चला गया है.

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