पगड़ी पर पंच परमेश्वर क्यों ?

डुमरा : जिले के सरपंचों को न्याय पगड़ी के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा. पेच फंसने के कारण आपूर्ति की गयी पगड़ी को मानक के अनुरुप नहीं पाया गया है. पेच का अब तक निदान भी नहीं हो सका है. सरपंचों को कब तक पगड़ी मिल जायेगी, यह बताने को अधिकारी भी तैयार नहीं है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2015 7:15 AM
डुमरा : जिले के सरपंचों को न्याय पगड़ी के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा. पेच फंसने के कारण आपूर्ति की गयी पगड़ी को मानक के अनुरुप नहीं पाया गया है. पेच का अब तक निदान भी नहीं हो सका है. सरपंचों को कब तक पगड़ी मिल जायेगी, यह बताने को अधिकारी भी तैयार नहीं है.
पंच परमेश्वर शब्द पर जतायी आपत्ति
पगड़ी पर एक गोलाकार धातु पर पंच परमेश्वर लिखा हुआ है. इसी पर आपत्ति व्यक्त की गयी है. आपूर्तिकर्ता को दूसरी चीज लिखने को कहा गया था. वह अपने मन से पगड़ी पर पंच परमेश्वर लिखवा डाला. इस पर नजर पड़ने पर डीडीसी ए रहमान ने आपत्ति कर दी है. यही वह पेच है, जिसका निदान नहीं होने से सरपंचों को पगड़ी नहीं मिल पा रही है.
जांच के बाद ही भुगतान
जो पगड़ी आपूर्ति की गयी है, उस पर पंच परमेश्वर शब्द लिखा हुआ है. विभाग ने डीएम को जांच के बाद मानक के अनुरुप पगड़ी पाये जाने पर हीं भुगतान करने एवं सरपंचों को उपलब्ध कराने की बात कही थी.
तत्कालीन डीएम डॉ प्रतिमा ने डीडीसी ए रहमान को जांच सौंपी थी. डीडीसी ने रिपोर्ट में पंच परमेश्वर शब्द का उल्लेख कर डीएम को निर्णय लेने का सुझाव दिया. डॉ प्रतिमा के तबादले के चलते यह मामला ठंडा पड़ गया था. नये डीएम राजीव रौशन ने डीडीसी को स्पष्ट प्रस्ताव देने को कहा है.
कहते हैं विभागीय अधिकारी
इस बाबत जिला पंचायत राज पदाधिकारी ईद मोहम्मद ने बताया कि पगड़ी पर लगे धातु पर पंचायती राज बिहार सरकार के बजाय पंच परमेश्वर लिखा हुआ है. इस बाबत मार्गदर्शन के लिए विभाग को पत्र भेजा जा रहा है.
क्या है सरकार का निर्देश
पंचायती राज विभाग ने 28 जनवरी 15 को जिला प्रशासन को एक पत्र भेजा था, जिसमें यह कहा गया था कि न्याय पगड़ी सफेद व पॉलिस्टर कपड़ा का होगा. इसके चारों ओर मैहरुन रंग की पट्टी लगी होगी. पगड़ी के अग्र भाग में एक गोलाकार धातु लगा होगा. धातु पर ग्राम कचहरी व बिहार सरकार पंचायती राज अंकित रहेगा.
शीघ्र निदान हो
सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष मुरलीधर मिश्र कहते ने कहा कि उक्त मामले के संबंध में तत्कालीन डीएम डॉ प्रतिमा से संपर्क किये थे, पर वह उनकी बातों को गंभीरता से नहीं ली. प्रशासनिक व्यवस्था से वे काफी क्षुब्ध हैं. अब भी इसका कोई ठीक नहीं है कि सरपंचों को कब तक पगड़ी मिल पायेगा.

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