निजी स्कूल के शक्षिकों ने निकाला जुलूस
निजी स्कूल के शिक्षकों ने निकाला जुलूस ॅफोटो-21 गौर में जुलूस निकालते शिक्षक, 22 धरना पर बैठे मोरचा के कार्यकर्ता– नेपाल में मधेश आंदोलन 54 वें दिन भी जारी– सिंचाई कार्यालय के गेट पर शिक्षकों का विरोध मार्चबैरगनिया : सीमावर्ती नेपाल में मधेश आंदोलन के 54 वें दिन बुधवार को रौतहट जिला मुख्यालय गौर में […]
निजी स्कूल के शिक्षकों ने निकाला जुलूस ॅफोटो-21 गौर में जुलूस निकालते शिक्षक, 22 धरना पर बैठे मोरचा के कार्यकर्ता– नेपाल में मधेश आंदोलन 54 वें दिन भी जारी– सिंचाई कार्यालय के गेट पर शिक्षकों का विरोध मार्चबैरगनिया : सीमावर्ती नेपाल में मधेश आंदोलन के 54 वें दिन बुधवार को रौतहट जिला मुख्यालय गौर में निजी विद्यालयों के सैकड़ों शिक्षकों ने जुलूस निकाला. जुलूस में मेमोरियल स्कूल, डिस्कवरी पब्लिक स्कूल, कृष्णा मरसी कैंपस समेत दर्जनों स्कूलों के शिक्षक गौर राइस मिल परिसर में एकत्र हुए. वहां से जुलूस की शक्ल में मुख्य पथ होते हुए नो-मेंस लैंड तक पहुंचा, जहां मधेशी मोरचा के नेता व कार्यकर्ता पिछले 12 दिनों से वहां धरना देकर नाकेबंदी किये हुए हैं. वहां से निजी विद्यालयों के शिक्षकों का जुलूस सिंचाई कार्यालय के गेट पर पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया. शिक्षकों द्वारा मधेश के अधिकार को पूरा करो, मधेशी एकता जिंदाबाद, शिक्षक एकता जिंदाबाद, आंदोलन के दौरान शहीद हुए लोगों को शहादत की घोषणा करों के नारे लगाये. सीमा पर चल रही नाकेबंदी में जिले के जेठरहिया, गढ़वा, भेड़रहिया, बसतपुर गांव के लोगों के अलावा रात्रि बस इंचार्ज के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. — आंदोलनकारियों ने निकाला धोती रैलीउधर गरुड़ा में मधेशी मोरचा के कार्यकर्ताओं ने धोती रैली निकाला. रैली में शामिल सद्भावना पार्टी के जिलाध्यक्ष शेख जमशैद, तमलोपा के जिलाध्यक्ष बाबूलाल साह, संघीय समाजवादी फोरम के जिलाध्यक्ष राम निवास यादव, सद्भावना युवा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंभु सुप्रीम, नुरुल होदा, अनिल सिंह, बबन सिंह, संजीव सिंह, दिनेश कुशवाहा, शकुंतला पटेल, किरण ठाकुर, वीणा महतो समेत अन्य ने कहा कि धोती मधेशियों की पहचान है. — रसोई गैस व पेट्रोल के लिए हाहाकार सर्लाही, महोतरी, धनुषा जिले में भी मधेशी मोरचा द्वारा नो-मेंस लैंड पर धरना देकर नाकेबंदी की गयी, जिससे आवागमन बाधित हुआ. खाद्य पदार्थ, पेट्रोलियम एवं रसोई गैस के अभाव में इन जिलों में स्थिति भयावह बनी हुई है.