नवरात्र आज, पूजास्थलों की तैयारी जोरों पर
नवरात्र आज, पूजास्थलों की तैयारी जोरों पर शिवहर : नवरात्र के प्रारंभ होने के साथ ही मां भगवती दुर्गा की पूजा के लिए पूजास्थलों पर पंडाल लगाने की तैयारी जोरों पर हैं. नगर के पेट्रोल पंप समेत विभिन्न पूजास्थलों पर पंडाल के लिए बांस बल्ली गाड़ा गया है. जिले के डुमरी कटसरी प्रखंड के बहुआरा […]
नवरात्र आज, पूजास्थलों की तैयारी जोरों पर
शिवहर : नवरात्र के प्रारंभ होने के साथ ही मां भगवती दुर्गा की पूजा के लिए पूजास्थलों पर पंडाल लगाने की तैयारी जोरों पर हैं. नगर के पेट्रोल पंप समेत विभिन्न पूजास्थलों पर पंडाल के लिए बांस बल्ली गाड़ा गया है.
जिले के डुमरी कटसरी प्रखंड के बहुआरा गांव में मूर्ती निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया है. ग्रामीणों ने बताया है कि बहुआरा गांव में दुर्गा पूजन की परंपरा करीब 70 वर्षों से चली आ रही है.
यहां पूजा की परंपरा उस समय शुरू की गयी. जब केवल शिवहर व मधुवन दरबार में पूजा होती थी. उस समय इस गांव के लोग सरकंड़े के उपर वस्त्र आवरण चढ़ाकर भगवती दुर्गा की पूजा अर्चना करते थे. ग्रामीण नागेंद्र सिंह, शत्रुघन सिंह ने बताया कि आज भी इस गांव के लोग पूजा के लिए दूसरे गांव से चंदा नहीं लेते हैं.
गांव के लोगों के अपने चंदा से ही मां की पूजा अर्चना की जाती है. मान्यता है कि यहां पूजा अर्चना से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. यहां पूजा की शुरूआत एक नागा ने करायी थी. इधर इस प्रखंड के फुलकाहां,डुमरी, नयागांव, समेत जिले के कई गांवों में भगवती दुर्गा की पूजा अर्चना की जाती है.
जिसको लेकर तैयारी पूजा समिति द्वारा की गयी है.अभिजित मुर्हुत में कलश स्थापन उतमवेदाचार्य पंडित कामेश्वर झा का कहना है कि कलशस्थापन के लिए 13 अक्टूबर को अभिजित मुर्हुत शुभ है. इस तिथि को 11 बजकर 36 मिनट से 12 बजकर 24 मिनट के बीच कलशस्थापन का समय उत्तम हैं.
पद्म पुराण के अनुसार उदय काल में अगर दो दिन प्रतिपदा तिथि हो तो प्रथम दिन उदय काल में कलशस्थापन करने से अन्य विचार नहीं करना चाहिए. महाअष्ठमी व नवमी व्रत के लिए 21 अक्टूबर उत्तम हैं. विजयादशमी 22 अक्टूबर को होगा.