मास्टर ट्रेनर रहे 6 शक्षिकों से स्पष्टीकरण
मास्टर ट्रेनर रहे 6 शिक्षकों से स्पष्टीकरण सीतामढ़ी : जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम राजीव रौशन के आदेश के आलोक में कर्मियों को मतदान का प्रशिक्षण देने के लिए तिथि व स्थल निर्धारित किया गया था. शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर मास्टर ट्रेनर बनाया गया था और इन्हें ट्रेनिंग देने के लिए प्रतिनियुक्त किया गया था. […]
मास्टर ट्रेनर रहे 6 शिक्षकों से स्पष्टीकरण
सीतामढ़ी : जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम राजीव रौशन के आदेश के आलोक में कर्मियों को मतदान का प्रशिक्षण देने के लिए तिथि व स्थल निर्धारित किया गया था. शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर मास्टर ट्रेनर बनाया गया था और इन्हें ट्रेनिंग देने के लिए प्रतिनियुक्त किया गया था.
डीएवी स्कूल में गत दिन कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया था. इसी दौरान वरीय अधिकारी द्वारा खोजबीन किये जाने पर पता चला कि मास्टर ट्रेनर बनाये गये छह शिक्षक नदारद हैं. प्रशिक्षण कोषांग की रिपोर्ट पर डीएम ने उक्त सभी छह शिक्षकों से बगैर सूचना के प्रशिक्षण से गायब रहने की बाबत स्पष्टीकरण पूछा है.
पत्र प्राप्ति के दो दिन के अंदर जवाब देने को कहा गया है. इन शिक्षकों में डुमरा प्रखंड के मध्य विद्यालय कमलपुरा के शिक्षक मनोज कुमार, हाइस्कूल चोरौत के नवीन कुमार ठाकुर, मथुरा हाइस्कूल के विजय कुमार, एमपी हाइस्कूल डुमरा के नीलमणी मिश्र, हाइस्कूल सोनबरसा के सुभाषचंद्र व लक्ष्मी हाइस्कूल सीतामढ़ी के शिक्षक उमाशंकर प्रसाद शामिल है.
बॉक्स मेंबगैर सूचना के महिला लिपिक नदारदसीतामढ़ी. जिले के सुरसंड प्रखंड कार्यालय की लिपिक चंद्रलेखा कुमारी काफी दिनों से कार्यालय नहीं आ रही हैं. 27 अगस्त से ही वह कार्यालय से नदारद हैं. कई दिनों तक इंतजार करने के बाद भी कार्यालय नहीं आने पर बीडीओ पंकज कुमार दीक्षित ने 22 सितंबर 15 को कार्रवाई करने के लिए डीएम को रिपोर्ट किये हैं.
बताया गया है कि चंद्रलेखा कुमारी के बगैर सूचना के नदारद रहने के चलते मतदान से संबंधित प्रथम नियुक्ति पत्र बिना तामिला के लौट आया है. डीएम ने उक्त महिला कर्मी से इस आशय का स्पष्टीकरण पूछा है कि कर्तव्य के प्रति लापरवाही के आरोप में क्यों नही लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की जाये.