अब बूथ पर वोटर व कर्मी रहते हैं सुरक्षित

अब बूथ पर वोटर व कर्मी रहते हैं सुरक्षित फोटो नंबर- 10 रामवृक्ष बैठा बोखड़ा. कल तक लोकसभा व विधानसभा चुनाव के मतदान में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जाती थी. बूथ लूट लिया जाता था. हथियार देख मतदान कर्मी डर व भय से कुछ बोल नहीं पाते थे. अब वह बात नहीं है. बूथों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2015 6:58 PM

अब बूथ पर वोटर व कर्मी रहते हैं सुरक्षित फोटो नंबर- 10 रामवृक्ष बैठा बोखड़ा. कल तक लोकसभा व विधानसभा चुनाव के मतदान में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जाती थी. बूथ लूट लिया जाता था. हथियार देख मतदान कर्मी डर व भय से कुछ बोल नहीं पाते थे. अब वह बात नहीं है. बूथों पर पर्याप्त सुरक्षा कर्मी की तैनाती की जाती है. वोटर व मतदान कर्मी दोनों सुरक्षित रहते हैं. यह कहना है 63 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक रामवृक्ष बैठा का. जेहन में याद है बूथ की लूटपाट प्रखंड के बनौल गांव के श्री बैठा नौकरी के दौरान लोकसभा व विस चुनाव में पीठासीन मतदान पदाधिकारी बनते थे. कई चुनाव में उन्हें काम करने का मौका मिला था. कई बूथों पर हुई लूटपाट की घटना आज भी उनके जेहन में ताजा है. कहते हैं कि वर्ष 2009 में हुए चुनाव में वे मेजरगंज प्रखंड के नरहा गांव के बूथ पर पीठासीन पदाधिकारी बनाये गये थे. बूथ पर ही दो गुटों में गोलीबारी हो गयी थी. कर्मी दुबक गये थे और दोनों गुटों द्वारा बूथ छाप लिया गया था. इसी कारण वहां का वोटिंग 76 से 80 प्रतिशत तक हो गया था. इसी तरह वर्ष 2008 में ढ़ेंग में पीठासीन पदाधिकारी थे. दो गुटों में अस्त्र-शस्त्र निकल गये थे. अधिकारी को चुपचाप रहने की धमकी दी गयी थी. कोई कुछ नहीं बोल सका था और बूथ छाप लेने के चलते वोटिंग 80 प्रतिशत हो गयी थी. तब बूथ पर होते थे होमगार्ड जवान श्री बैठा कहते हैं कि हाल के वर्षों तक बूथ होमगार्ड के जवानों के भरोसे रहता था. दबंग प्रत्याशी व उनके समर्थकों को देख होमगार्ड जवान खुद की सुरक्षा को दुबक जाते थे. पूर्व में दबंग प्रत्याशी चुनाव जीत जाते थे. बोगस व अवैध वोटिंग खूब होती थी. पिता के नाम पर पुत्र वोट गिरा लेता था. पूर्व में एक दंडाधिकारी के जिम्मे करीब पांच बूथ होता था. अब सब कुछ बदल चुका है. सुरक्षा बल की पर्याप्त संख्या में तैनाती की जाती है.

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