धार्मिक स्थलों की सुरक्षा भगवान भरोसे

सीतामढ़ीः भाजपा के हुंकार रैली के दौरान पटना के गांधी मैदान में सीरियल बम धमाके के बाद राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है. एसपी ने सभी थानों को सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने का निर्देश दिया है. पर्व त्योहारों के इस भीड़ भरे माहौल में बड़ा सवाल यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2013 4:54 AM

सीतामढ़ीः भाजपा के हुंकार रैली के दौरान पटना के गांधी मैदान में सीरियल बम धमाके के बाद राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है. एसपी ने सभी थानों को सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने का निर्देश दिया है. पर्व त्योहारों के इस भीड़ भरे माहौल में बड़ा सवाल यह है कि क्या,शहर के धार्मिक व सार्वजनिक स्थल पूरी तरह से सुरक्षित है? एसपी के आदेश का कितना पालन किया जा रहा है.

क्या,शहर के तमाम धार्मिक स्थलों की नियमित गश्ती की जा रही है? क्या, वरीय पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी उन संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा की समीक्षा भी करते हैं? यह कुछ सवाल है जो बोध गया के मंदिर में बलास्ट तथा हुंकार रैली के दौरान सीरियल बम धमाके के बाद लाजिमी है. सुरक्षा व्यवस्था के दावे तथा उन दावों की हकीकत जानने के लिए प्रभात खबर की टीम ने सोमवार को शहर के उन धार्मिक स्थलों की सुरक्षा प्रबंध का जायजा लिया, जहां आम दिनों में भीड़ भाड़ रहती है. जानकी स्थान स्थित जानकी मंदिर : शहर के दक्षिण व पश्चिम कोण में स्थित जानकी मंदिर में सुबह के 10 बजे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दर्शन के लिए उमड़ी थी.

मंदिर के मुख्य द्वार के अलावा दक्षिण व पश्चिम दिशा से लोग बेधड़क आ जा रहे थे. भीड़ के बीच कौन आ रहा है, कौन जा रहा है इसका हिसाब लेने वाला कोई नहीं था. कहने को इस मंदिर की सुरक्षा के लिए सशस्त्र जवानों की मुस्तैदी का दावा किया जा रहा है, लेकिन हमने मंदिर के चारों दिशाओं का मुआयना किया और हमें इनमें से किसी सुरक्षाकर्मी के दर्शन नहीं हुए.

मंदिर के पुजारी से बात कि लेकिन वह सुरक्षा के सवाल पर स्वयं इस पर सवाल करने लगे. आसपास के दुकानदार बताते हैं कि मंदिर के बगल से होकर नगर थाना की गश्ती चली जाती है, लेकिन मंदिर परिसर का जायजा तक नहीं लेते. वैष्णोदेवी मंदिर : नगर के थाना से महज कुछ कदम की दूरी पर हीं माता वैष्णोदेवी का मंदिर है. दशहरा और दीपावली में श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ उमड़ती है, लिहाजा सुरक्षा की खास जरूरत यहां महसूस किया जाता है. तमाम अलर्ट के दावे यहां भी फेल हुए और हमें एक भी सुरक्षाकर्मियों के दर्शन नहीं हुआ.

महारानी मंदिर, गुदरी बाजार : नगर के प्रमुख सब्जी मंडी के पास स्थित है मां अंबे महारानी मंदिर आम दिनों में आरती के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. आस्था के इस मंदिर में आम दिनों की कौन कहे खास मौकों पर भी सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं रहता है.

दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर, महावीर स्थान : शहर के बीच में स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर शहर के लोगों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है. मंगलवार और शनिवार को इस मंदिर में श्रद्धालुओं की रेलमपेल भीड़ रहती है. अफसोस की मंदिर के सुरक्षा यहां भगवान के भरोसे हैं. भीड़ के बीच हमें एक अदद डंडाधारी ने भी दर्शन नहीं दिये. इधर सुरक्षा को लेकर पूछे जाने पर कई अधिकारियों ने बैठक में रहने का हवाला देते हुए तत्काल कुछ भी बताने से इनकार किया.

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