दंडाधिकारी को आइकार्ड नहीं, बूथ से बाहर किया
दंडाधिकारी को आइकार्ड नहीं, बूथ से बाहर किया (परिहार विधानसभा क्षेत्र) वर्ष 2010 में 50.46 फीसदी मतदान वर्ष 2015 में ………………………परिहार विधानसभा क्षेत्र का चुनाव काफी रोचक है. कारण कि यहां से राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामचंद्र पूर्वे भी चुनाव मैदान में हैं. वोट का प्रतिशत : ……फोटो नंबर- 1 धामी टोल बूथ नंबर- […]
दंडाधिकारी को आइकार्ड नहीं, बूथ से बाहर किया (परिहार विधानसभा क्षेत्र) वर्ष 2010 में 50.46 फीसदी मतदान वर्ष 2015 में ………………………परिहार विधानसभा क्षेत्र का चुनाव काफी रोचक है. कारण कि यहां से राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामचंद्र पूर्वे भी चुनाव मैदान में हैं. वोट का प्रतिशत : ……फोटो नंबर- 1 धामी टोल बूथ नंबर- 240 पर कतार में खड़ी महिला वोटर, 2 मो अशफान, 3 मो सज्जाद, 4 मो सकूर, 5 कुरसी पर बैठे दंडाधिकारी हरि शंकर झा, 8 सोनबरसा में उत्साहित युवा वोटर, 9 बूथ नंबर-10 पर कतार में लगी महिला वोटर, 10 मॉडल बूथ पर फर्श पर बैठे वोटर, 11 राम खेलावन महतो, 12 पिता को बूथ पर ले जाते पुत्र सह सीओ अजय कुमार, 13 प्रशस्ति पत्र लेते पंचेलाल राय परिहार. विस क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान हुआ. सुबह होते ही वोटर बूथों की ओर चल पड़े थे. आठ बजते ही बूथों पर महिला व पुरुष वोटरों की लंबी कतार लग गयी थी. प्रखंड के बूथ नंबर-183 पर जोनल दंडाधिकारी हरि शंकर झा के पास आइकार्ड था. जांच के बाद सीआइएसएफ जवान केसर सिंह बोड़ा ने उन्हें बूथ से बाहर कर दिया. एक दंडाधिकारी आये और उक्त जवान को समझाये. तब श्री झा को पुन: बूथ पर जाने दिया. श्री झा ने बताया कि डीएम द्वारा आइकार्ड निर्गत नहीं किया गया है. वोटरों पर चली लाठियां परिहार के बीएमसी मकतब बूथ नंबर-230 व 231 पर वोटरों का कहना था कि पुलिस बता रही है कि अमुक बटन को दबाना है. इसे ले वोटरों ने शोर-शराबा शुरू कर दिया. पुलिस व वोटरों में बकझक हो गयी. बाद में वोटरों पर डंडा चलाया गया. वोटर वोट करने से इनकार कर दिये. बीडीओ निरंजन कुमार व राजद प्रत्याशी रामचंद्र पूर्वे पहुंचे और वोटरों को समझाया पर बात नहीं बनी. बाद में एक दंडाधिकारी के समझाने पर 11:10 बजे से पुन: वोटिंग शुरू हुई. करीब 40 मिनट मतदान बाधित रहा. जवानों पर गंभीर आरोप परिहार प्रखंड के बूथ नंबर 187, 184 व 127 समेत अन्य बूथों के वोटरों की शिकायत थी कि तैनात जवान यह बता रहे हैं कि इवीएम में अमुक बटन दबाना है. शिकायत पर बीडीओ बूथ नंबर 127 पर जांच करने गये. बूथ 187 के पीठासीन पदाधिकारी उमाकांत चौधरी ने बताया कि कुछ वोटर इवीएम का बटन नहीं समझ पा रहे हैं. वे लोकल हैं. इसी कारण बाहर से आये पुलिस कर्मियों को बटन बताने के लिए भेज दे रहे हैं. विलंब से शुरू हुई वोटिंग परिहार प्रखंड के झपहां गांव के बूथ नंबर 233 पर इवीएम की खराबी के चलते निर्धारित समय से आधा घंटा बाद मतदान शुरू हुआ. वाह! मिला प्रशस्ति पत्र परिहार प्रखंड के बूथ नंबर 232,183 व 16 पर सबसे पहले मतदान करने वाले क्रमश: मो असफान अंसारी, मो सज्जाद आलम व पंचेलाल राय थे. वोटिंग के तुरंत बाद पीठासीन पदाधिकारी ने तीनों को प्रशस्ति पत्र दिया. यह पाकर तीनों खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे. बूथ नंबर आठ पर सबसे पहले रीना देवी मतदान की, पर प्रशस्ति पत्र उपलब्ध नहीं रहने के अभाव में उसे नहीं मिल सका. सिर्फ नाम का था मॉडल बूथ नंदीपत जीतू उच्च विद्यालय में बूथ नंबर सात व आठ था. इसे मॉडल बूथ बनाया गया था जो सिर्फ नाम का था. साफ-सफाई का अभाव था. बैठने की व्यवस्था नहीं थी. पीठासीन पदाधिकारी संजीत कुमार ने बताया कि रात में बिजली नहीं थी. दिन में जेनरेटर है. टेंट भी नहीं लगा है. बूथ नंबर आठ के पीठासीन पदाधिकारी अभिषेक कुमार ने बताया कि रात में नहीं, बल्कि दिन में रौशनी की व्यवस्था की गयी है. प्रत्याशी के गांव में मारपीट राजद प्रत्याशी के गांव स्थित बूथ नंबर-63 पर कुछ लोगों ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थक राम प्रसाद महतो को चाकू से मार कर जख्मी कर दिया. पीएचसी में भरती श्री महतो ने बताया कि भाजपा का समर्थन करने के चलते गांव के प्रगास पासवान, गौतम पासवान, गोविंद पासवान, दुलार पासवान व रामजन्म पासवान ने उसके साथ मारपीट की. मॉडल मतदान केंद्र तो देख लें मो सकूर 85 वर्ष के हो चुके हैं, मगर वोट के प्रति उनके जज्बे में अब तक कोई कमी नहीं आयी है. बैशाखी के सहारे धीरे-धीरे कदम बढ़ाते बूथ तक पहुंच ही गये. वे परवाहा गांव के रहने वाले हैं. मध्य विद्यालय, उर्दू परवाहा बूथ पर मतदान किया. कहते हैं कि वोट देने के साथ ही मॉडल मतदान केंद्र भी देख लिये.