70 फीसदी धान की फसल प्रभावित
रीगा : स्वाति नक्षत्र में गत दिन रूक-रूक कर हुई बारिश से किसान परेशान हैं. हथिया नक्षत्र का बारिश समय पर नहीं होने से 70 फीसदी धान की खेती प्रभावित हुई है. जो धान का पौधा बचा हुआ था, वह स्वाति नक्षत्र में हुए पानी से खेत में ही गिर गया है. मसूर व तेलहन […]
रीगा : स्वाति नक्षत्र में गत दिन रूक-रूक कर हुई बारिश से किसान परेशान हैं. हथिया नक्षत्र का बारिश समय पर नहीं होने से 70 फीसदी धान की खेती प्रभावित हुई है. जो धान का पौधा बचा हुआ था, वह स्वाति नक्षत्र में हुए पानी से खेत में ही गिर गया है. मसूर व तेलहन को भी क्षति मसूर, सरसों, तेलहन व दलहन फसल को भी क्षति पहुंची है.
धान की फसल बरबाद होने पर किसान यह सोच कर चल रहे थे कि तेलहन व दलहन की खेती से भरपाई कर लेंगे, मगर स्वाति नक्षत्र की बारिश से भरपाई करने के मंसूबे पर पानी फिर गया है. यानी तेलहन व दलहन की फसल मारी गयी. गन्ना फसल को भी क्षति बराही गांव के किसान रवींद्र सिंह कहते हैं कि गत दिन हुई बारिश से सबसे अधिक क्षति गन्ना फसल को हुई है.
गन्ना के पौधे खेत में गिर गये हैं. रामपुर के किसान अशेश्वर पासवान कहते हैं कि धान के फसल की भरपाई संभव नहीं हो पाया है. वहीं प्रखंड कार्यालय से डीजल अनुदान नहीं मिलने के चलते भी खेती पर प्रभाव पड़ा है. किसानों की दीवाली होगी फीकी बराही के किसान नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दुर्गा पूजा में किसानों में कोई खास उत्साह नहीं रहा.
कारण कि चीनी मिल प्रबंधन द्वारा गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं किया जा रहा है. किसानों का मिल पर करीब 70 करोड़ बकाया है. मिल प्रबंधन किसानों को भुगतान न कर चीनी की बिक्री से अपना निजी काम कर रहा है. भुगतान नहीं किया गया तो किसानों की दीवाली व छठ भी फीकी रहेगी. गेहूं की खेती महंगी किसानों के अनुसार गेहूं की खेती करना भी आसान नहीं है.
महंगाई की मार झेल रहे किसान. धान व रबी फसल की भरपाई गेहूं की खेती से करने की किसान सोच रहे हैं, लेकिन परेशान इस बात से हैं कि गेहूं की खेती महंगी हो गयी है. यह खेती अब मध्यम वर्गीय व उसके नीचे के स्तर के किसानों के लिए नहीं रह गया है.