नाबालिग के साथ छेड़छाड़, भाई को बांध कर पीटा

सीतामढ़ी : पहले एक नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़, विरोध करने पर अपहरण का लड़की के अपहरण का प्रयास, हद तो तब हो गयी, जब परिजनों के विरोध करने पर मनचले युवकों के ग्रामीणों ने परंपरागत हथियार से लैस होकर लड़की के घर पर धावा बोल दिया. लड़की के भाई को बांध कर पीटा, बचाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2015 6:52 PM

सीतामढ़ी : पहले एक नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़, विरोध करने पर अपहरण का लड़की के अपहरण का प्रयास, हद तो तब हो गयी, जब परिजनों के विरोध करने पर मनचले युवकों के ग्रामीणों ने परंपरागत हथियार से लैस होकर लड़की के घर पर धावा बोल दिया. लड़की के भाई को बांध कर पीटा, बचाने आये परिजनों को भी मारपीट कर अधमरा कर दिया.

बदमाशों के मारपीट से घायल लड़की अपने परिवार के आठ सदस्यों के साथ सदर अस्पताल में भरती है. बरियारपुर में व्याप्त रहा आतंक का माहौलघटना नगर थाना क्षेत्र के बरियारपुर गांव की है. जहां सुबह करीब एक घंटे तक आतंक का माहौल व्याप्त रहा. सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि बदमाशों के उग्र रूप को देख कर पीड़ित परिवार को बचाने की हिम्मत किसी ग्रामीण को नहीं हुई. वे अपने घरों में दुबके रहे.

घटना में जख्मी होकर सदर अस्पताल में इलाजरत पीड़िता के पिता होरिल पासवान, दादी करीब 65 वर्षीय पानो देवी, मां दुखिया देवी, भाई जितेंद्र कुमार, दीपू कुमार, चचेरे भाई लखिंद्र कुमार व चचेरी बहन मेनका कुमारी समेत अन्य की आंखों में भी अभी खौफ देखा जा रहा है. हल्की आवाज पर भी पीड़ित लड़की व उसकी चचेरी बहन सहम जा रही है.

पुलिस ने पीड़ित परिवार का बयान दर्ज कर लिया है. क्या है पूरा मामलापीड़ित होरिल पासवान ने पुलिस को बताया है कि उसकी करीब 14 वर्षीय पुत्री ऋतु कुमारी सुबह करीब 5 बजे शौच के लिए सरेह में निकली थी. इसी बीच मोहनपुर गांव के दो बाइक सवार युवक गुड्डू कुमार व कृष्ण कुमार उसकी पुत्री के साथ छेड़खानी करते हुए जबरन बाइक पर बैठा कर ले जाने का प्रयास करने लगा.

शोर मचाने पर स्थानीय लोगों ने दोनों युवकों को पकड़ कर आरोपित कृष्ण कुमार के पिता को सूचना दी. अभिभावक द्वारा पुत्रों को दंडित करने का आश्वासन मिलने पर दोनों युवक को ग्रामीणों ने मुक्त कर दिया. कुछ देर बाद दोनों आरोपित युवक अपने तीन दर्जन से ज्यादा समर्थकों के साथ घर पर धावा बोल दिया. बड़े पुत्र जितेंद्र कुमार को जबरन खींच कर अपने घर ले गया.

जितेंद्र को ले जाता देख उसे बचाने के लिए परिजन भी पीछे से वहां पहुंचे. वहां जितेंद्र को बांध कर पीटा जा रहा था. जितेंद्र को बचाने का प्रयास करने पर परिजनों को भी मारपीट कर अधमरा कर दिया गया. हालांकि इस दौरान कुछ बुद्धिजीवियों के पहल पर परिजनों को मुक्त कर दिया गया. कुछ ही देर बाद पुन: आरोपित पक्ष के सैकड़ों लोग पीड़ित के घर पर हमला बोल दिया.

जान बचाने के लिए सभी परिजन अपने को घर में बंद हो गये, लेकिन खिड़की व दरवाजा तोड़ कर बदमाश घर के अंदर दाखिल हो कर परिजनों को मारपीट करने लगे. घटना को अंजाम देकर ग्रामीण वापस लौट गये. चर्चा है कि आरोपितों में एक युवक, पुलिसकर्मी का पुत्र होने का रोब दिखा कर अक्सर उल्टा-सीधा हरकत करता रहता है.

Next Article

Exit mobile version