स्कूल भवन अधूरा, अधिकारी बने हैं बेखबर

स्कूल भवन अधूरा, अधिकारी बने हैं बेखबर फोटो नंबर- 13, 14 अधूरा भवन व किचेन सोनबरसा. प्रखंड के मध्य विद्यालय, लोहखड़ का भवन अब भी अधूरा है. संबंधित शिक्षक सेवानिवृत्त भी हो गये. उनके द्वारा भवन को पूरा कराने के प्रति कोई दिलचस्पी नहीं ली जा रही है. खास बात यह कि भवन का हाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2015 6:46 PM

स्कूल भवन अधूरा, अधिकारी बने हैं बेखबर फोटो नंबर- 13, 14 अधूरा भवन व किचेन सोनबरसा. प्रखंड के मध्य विद्यालय, लोहखड़ का भवन अब भी अधूरा है. संबंधित शिक्षक सेवानिवृत्त भी हो गये. उनके द्वारा भवन को पूरा कराने के प्रति कोई दिलचस्पी नहीं ली जा रही है. खास बात यह कि भवन का हाल जान कर भी विभागीय अधिकारी व अभियंता बेखबर बने हुए है. इस मामले में कोई कार्रवाई करने के बजाय अधिकारी हाथ पर हाथ रख बैठे हुए हैं. भवन के साथ ही किचेन भी अधूरा है. राशि की वसूली नहीं प्रधान रहे जगन्नाथ पासवान को ही स्कूल भवन व किचेन शेड के लिए राशि मिली थी. वे निर्माण कार्य पूरा नहीं करा सके और इस बीच सेवानिवृत्त भी हो गये. राजेश्वर साह को प्रधान का प्रभार ग्रहण करना था, लेकिन स्कूल का बही-खाता ठीक-ठाक नहीं रहने के चलते वे प्रभार ग्रहण नहीं किये. बाद में शिक्षक शंकर पासवान प्रधान की कुरसी संभाल लिये, जबकि श्री पासवान पंचायत शिक्षक हैं. नियमत: उन्हें प्रभार ग्रहण नहीं करना है. बावजूद बीइओ व अन्य अधिकारी चुपचाप हैं. सेवानिवृत्त प्रधान श्री पासवान से विभाग द्वारा न तो निर्माण कार्य पूरा कराया गया और न ही राशि की वसूली की गयी. सोमवार को उक्त स्कूल में नामांकित 720 में से करीब 450 बच्चे मौजूद थे. एमडीएम बन रहा था. बता दें कि अवैध शैक्षणिक प्रमाणपत्र होने के चलते विभाग ने किसी स्कूल के शिक्षक जगन्नाथ सहनी व पूनम कुमारी को सेवा से बरखास्त कर दिया था. काश! हर स्कूल में होती ऐसी व्यवस्था सोनबरसा. प्रखंड के मध्य विद्यालय, परसा महिंद की व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है. काश! उक्त स्कूल की व्यवस्था से अवगत होकर अन्य स्कूलों के प्रधान अपने स्कूल की व्यवस्था में सुधार लाते. सोमवार को उक्त स्कूल का जायजा लेने पर प्रधान शिक्षक विनोद साह के अलावा सभी सातों शिक्षक मौजूद मिले. एमडीएम बन रहा था. स्कूल में दो शौचालय है. यहां तक कि बिजली की भी सुविधा है. अग्नि शमन की भी व्यवस्था है. यानी एक स्कूल में जो सुविधाएं होनी चाहिए वह करीब-करीब इस स्कूल में दिखी.

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