साहत्यिकारों को मिले पुरस्कारों से जिला गौरवान्वित

साहित्यकारों को मिले पुरस्कारों से जिला गौरवान्वित यादों के झरोखे से-2015कविगोष्ठियों से सराबोर बना रहा क्षेत्र, कई पुस्तकों का हुआ लोकार्पण सीतामढ़ी. वर्ष 2015 में जिले के लोगों को भूकंप व सुखाड़ जैसी त्रासदी झेलनी पड़ी तो दूसरी ओर कई ऐसे मौके आये कि लोगों को गौरव महसूस हुआ. वैसे तो कई क्षेत्रों में यहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2015 6:56 PM

साहित्यकारों को मिले पुरस्कारों से जिला गौरवान्वित यादों के झरोखे से-2015कविगोष्ठियों से सराबोर बना रहा क्षेत्र, कई पुस्तकों का हुआ लोकार्पण सीतामढ़ी. वर्ष 2015 में जिले के लोगों को भूकंप व सुखाड़ जैसी त्रासदी झेलनी पड़ी तो दूसरी ओर कई ऐसे मौके आये कि लोगों को गौरव महसूस हुआ. वैसे तो कई क्षेत्रों में यहां के लोगों ने उपलब्धि हासिल कर जिला को गौरवान्वित किया, पर साहित्यिक क्षेत्रों में साहित्यकारों को मिली उपलब्धियों से एक अलग तरह की खुशी महसूस की गयी. यह भी सच है कि पिछले कुछ वर्षों से जिले में साहित्यिक गतिविधियां बढ़ी है. साहित्य से अलग रहने वाले लोगों का भी साहित्य व कवियों से जुड़ाव होते देखा गया है. अब तो कविगोष्ठियों में वैसे लोग भी पहुंचते हैं जो भाग- दौड़ की जिंदगी से आजिज होकर चंद पल हंसना व मुस्कुराना चाहते हैं. यहां के कवि भी कोशिश करते हैं कि जिले के लोगों के चेहरे पर बराबर मुस्कान रहे. किसी ने ठीक ही कहा है कि ‘जो औरों के चेहरे पर मुस्कुराहट देखना चाहते हैं, ऊपर वाला उनकी मुस्कुराहट कभी नहीं छीनता’ पुस्तक को मिली राष्ट्रीय ख्याति वर्ष 2015 के प्रथम माह में ही चर्चित हास्य-व्यंग्यकार गीतकार गीतेश की पुस्तक ‘हंसी अप- गम डाउन’ आयी थी और उसे राष्ट्रीय ख्याति मिली थी. इसी पुस्तक के लिए श्री गीतेश को ‘राष्ट्रीय शिखर साहित्य सम्मान’ मिला था. जाने-माने कथाकार रामबाबू नीरव के उपन्यास ‘पश्यन्ति’ एवं कवयित्री संगीता चौधरी की पुस्तक ‘अनकहे स्वर’ का लोकार्पण हुआ था. उक्त दोनों पुस्तक भी काफी चर्चित रहा था और हिंदी प्रेमियों के बीच काफी सराही गयी थी. वर्ष भर की साहित्यिक गतिविधियां 18 जनवरी 15 : यूथ रेडक्रॉस के सौजन्य से अमन-चैन व सद्भावना के लिए ‘काव्य श्रद्धांजलि’ का आयोजन किया गया था. 24 फरवरी 15 : रांची विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. अरुण सिंह की अध्यक्षता में ‘साहित्यिक व युवा रचनाशीलता’ विषय पर विचार गोष्ठी. एक मार्च 15 : शहर के टैलेंट एकेडमी में ‘महामूर्ख शिखर सम्मान’ एवं हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ था. 16 मार्च 15 : सोनबरसा प्रखंड के पुरंदाहा रजवाड़ा गांव स्थित रवि आश्रम स्कूल की ओर से स्कूल परिसर में एक समारोह का आयोजन कर साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए गीतकार गीतेश को सम्मानित किया गया था. 23 मार्च 15 : शहर के राजेंद्र भवन में पुस्तक मेला का आयोजन हुआ था. इसमें साहित्यकार आशा प्रभात का बड़ा योगदान था. पुस्तक मेला के दौरान कवि सम्मेलन भी हुआ था. 27 अप्रैल 15 : गीता भवन डुमरा में कवि गोष्ठी के साथ ही साहित्यकारों ने भूकंप में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी थी. 15 मई 15 : रेडक्रॉस भवन के सभागार में कवयित्री संगीता चौधरी की पुस्तक ‘अनकहे स्वर’ का विमोचन हुआ था. कला संगम की ओर से साहित्यकार रमेश कंवल को ‘पूर्णेंदु साहित्य शिखर सम्मान’ से सम्मानित किया गया था. 04 जून 15 : गीता भवन, डुमरा के सत्संग कक्ष में कबीर दास की जयंती मनायी गयी थी. 18 जून 15 : हिंदी व बज्जिका के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सुरेश लाल कर्ण को सम्मानित किया गया था. 20 जून 15 : फादर्स-डे पर गीता भवन, डुमरा में प्रभात खबर की ओर से भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ था. 24 जून 15 : समस्तीपुर में भारतीय साहित्यकार संसद द्वारा गीतकार गीतेश को ‘ गोपाल प्रसाद व्यास राष्ट्रीय शिखर साहित्य सम्मान’ से सम्मानित किया गया था. 26 जुलाई 15 : जिले की साहित्यिक संस्थाओं द्वारा कवि व साहित्य प्रेमी उमाशंकर लोहिया को सम्मानित किया गया था. लोहिया अपनी रचनाओं के चलते कविओं के बीच एक अलग पहचान रखते हैं. 30 अगस्त 15 : साहित्यकार मुरलीधर झा मधुकर को सम्मानित किया गया था. वे भी काफी समय से साहित्य के प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं. बॉक्स में :-इन्हें भी मिला सम्मान छह सितंबर को डीएवी डुमरा के पूर्व प्राचार्य अनंत सहाय को सम्मानित किया गया था. 14 सितंबर को हिंदी दिवस पर साहित्यिक संस्थाओं द्वारा डाॅ. आनंदप्रकाश वर्मा को सम्मानित किया गया था. 20 सितंबर को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जिले के तीन साहित्यकार क्रमश: गीतकार गीतेश, भगवती चरण भारती व डाॅ. दशरथ प्रजापति को ‘लाला लाजपत राय राष्ट्रीय शिखर सम्मान’ से सम्मानित किया गया था. 27 सितंबर को जाने-माने शायर तौहिद अश्क सम्मानित किये गये थे. बॉक्स में :-हाल की साहित्यिक गतिविधियां 19 नवंबर को सीतामढ़ी गोशाला समिति की ओर से हास्य कवि सम्मेलन के दौरान यहां के चार साहित्यकारों क्रमश: गीतकार गीतेश, सत्येंद्र मिश्र, सुरेश वर्मा व डाॅ. कल्याणी शाही को सम्मानित किया गया था. 29 नवंबर को स्टेशन अधीक्षक सह कवि बच्चा प्रसाद विह्वल सम्मानित किये गये थे. 11 दिसंबर को जिला स्थापना दिवस पर प्रशासन द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन कराने के साथ ही छह कवियों क्रमश: इ. सचिंद्र कुमार हीरा, उमाशंकर लोहिया, गीतकार गीतेश, सुरेश वर्मा, वाल्मीकि कुमार व तौहिद अश्क को सम्मानित किया गया था.

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