देश में कामगारों का जीना हुआ मुहाल

देश में कामगारों का जीना हुआ मुहाल — बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की बैठक– श्रम सम्मेलन की अनुशंसा के बावजूद न्यूनतम मजदूरी– लाखों पद रिक्त रहने के बावजूद ठेका व अनुबंध पर बहालीसीतामढ़ी : बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला शाखा की सामान्य परिषद् की बैठक गुरुवार को संघ कार्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 25, 2015 6:54 PM

देश में कामगारों का जीना हुआ मुहाल — बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की बैठक– श्रम सम्मेलन की अनुशंसा के बावजूद न्यूनतम मजदूरी– लाखों पद रिक्त रहने के बावजूद ठेका व अनुबंध पर बहालीसीतामढ़ी : बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला शाखा की सामान्य परिषद् की बैठक गुरुवार को संघ कार्यालय में गायत्री देवी की अध्यक्षता में हुई. बैठक में पदाधिकारियों द्वारा राज्यस्तरीय, अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय समस्याओं पर प्रकाश डाला गया. उन्होंने बताया कि किस तरह केंद्र की सरकार इस देश में निजीकरण, वैश्ववीकरण एवं उदारीकरण की नीति अपना कर कामगारों का जीना मुहाल कर दिया है. 43 वें, 44 वें एवं 45 वें श्रम सम्मेलन के अनुशंसा के बावजूद मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी 10 हजार भी नहीं दे रही है. लाखों पद रिक्त रहने के बावजूद ठेका की बहाली अनुबंध की बहाली की जा रही है. बैठक में आगामी संर्घषात्मक आंदोलनात्मक कार्यक्रम से भी अवगत कराया गया. इसके तहत अप्रैल माह में संघ के राज्य सम्मेलन बक्सर जिले में होने, 17 जनवरी 2016 को मुजफ्फरपुर कन्वेंशन, 19-20 फरवरी को बांका में ममता का राज्य सम्मेलन एवं 15 फरवरी को सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट के खिलाफ दिल्ली मार्च की बात बतायी. बैठक में मुख्य वक्ता के रुप में जिला मंत्री रामा शंकर प्रसाद सिंह, विभा कुमारी, सच्चिदानंद कुमार, दिनकर कुमार, इंद्र भूषण प्रसाद, नीलम कुमारी, अरविंद कुमार, अशोक कुमार झा, उत्तिम लाल राम, राजेश कुमार, सुनील कुमार समेत अन्य लोग मौजूद थे.

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