सबसे पहले जमींदारी उन्मूलन को लड़े थे लड़ाई

सबसे पहले जमींदारी उन्मूलन को लड़े थे लड़ाई फोटो- 1 व 2 सभा को संबोधित करते अतिथि व मौजूद लोग स्थापना दिवस पर बोले भाकपा नेता सीतामढ़ी. शहर के मेहसौल स्थित पार्टी कार्यालय परिसर में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का 90 वां स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ पार्टी के वरीय नेता व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2015 7:01 PM

सबसे पहले जमींदारी उन्मूलन को लड़े थे लड़ाई फोटो- 1 व 2 सभा को संबोधित करते अतिथि व मौजूद लोग स्थापना दिवस पर बोले भाकपा नेता सीतामढ़ी. शहर के मेहसौल स्थित पार्टी कार्यालय परिसर में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का 90 वां स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ पार्टी के वरीय नेता व अधिवक्ता का नरेंद्र प्रसाद सिन्हा द्वारा झंडोत्तोलन कर किया गया. मौके पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य व मुख्य अतिथि का प्रो एम जब्बार आलम, जिला सचिव राजकिशोर ठाकुर व जय प्रकाश राय समेत अन्य नेता व कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजलि अर्पित किया. अपने संबोधन में का जब्बार ने कहा कि पार्टी की स्थापना 26 जनवरी 1925 को कानपुर में हुआ था. इसके पहले हीं 1920 में कम्युनिस्ट के विचार से प्रेरित लोग कानपुर, लाहौर, कलकत्ता व मद्रास में ब्रिटिश साम्राज्य एवं जमींदारी उन्मूलन के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे. ये लोग क्रांति से उत्प्रेरित होकर संघर्ष कर रहे थे. 1923 में पहली बार जमींदारी प्रथा समाप्त करने एवं उनकी जमीन को गरीबों बांटने की लड़ाई लड़ी गयी थी.यहां मिलेगी अधिक मुनाफा कहा, हमारे देश में विदेशी कंपनियां आ रही है क्योंकि उन्हें यहां सस्ता भूमि, सस्ता मजदूर एवं सस्ता कच्चा माल मिलता है, जबकि उन्हें अपने देश में ये सब महंगा मिलता है. यहां आने के बाद उन्हें अपने देश की तुलना में मुनाफा अधिक मिलेगा. सभा को राजकिशोर ठाकुर, का सुरेंद्र प्रसाद यादव, रामबाबू सिंह, केदार शर्मा, बैद्यनाथ हाथी, नवल किशोर राउत, मोहन नायक व उमाशंकर सिंह समेत अन्य मौजूद थे.

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