दरभंगा इंजीनियर हत्याकांड : मुकेश पाठक का शूटर ऋषि झा गिरफ्तार
अमिताभ कुमार सीतामढ़ी : दरभंगा इंजीनियर हत्याकांड में संलिप्त मुकेश पाठक के शार्प शूटर ऋषि झा को दबोचने में एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है. हालांकि, तीन-चार दिन पूर्व ऋषि की हुई गिरफ्तारी की अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. ऋषि की निशानदेही पर मंगलवार की देर रात एसटीएफ के एसपी शिवदीप लांडे […]
अमिताभ कुमार
सीतामढ़ी : दरभंगा इंजीनियर हत्याकांड में संलिप्त मुकेश पाठक के शार्प शूटर ऋषि झा को दबोचने में एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है. हालांकि, तीन-चार दिन पूर्व ऋषि की हुई गिरफ्तारी की अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है.
ऋषि की निशानदेही पर मंगलवार की देर रात एसटीएफ के एसपी शिवदीप लांडे के नेतृत्व में एसटीएफ ने सीतामढ़ी के बैरगनिया व सुप्पी थाना क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर संतोष झा गिरोह के लिए काम कर चुके छोटे ठाकुर व चुन्नू मिश्रा समेत आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया. बिहार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की स्थापना काल से संतोष व मुकेश गिरोह में ऋषि व उसके बड़ा भाई लंकेश झा की हैसियत टॉप-5 में रही है. संतोष व मुकेश के कहने पर दोनों भाई लंकेश व ऋषि अब तक निर्माण कंपनियों के आधा दर्जन इंजीनियर व सुपरवाइजर को एके-47 से छलनी कर मौत के घाट उतार चुके हैं.
सुपरवाइजर की हत्या कर 22 लाख वसूली
ऋषि झा को 20 जून, 2012 को 21.90 लाख की राशि के साथ मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाने के नाजीरपुर से पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसने बताया कि उसके पास बरामद राशि मुजफ्फरपुर-सोनबरसा पथ का काम कर रही बीएंडसी-सीएंडसी कंपनी से रंगदारी के रूप में वसूली गयी है.
बताया कि बीएंडसी-सीएंडसी कंपनी से संतोष झा के निर्देश पर मोतिहारी जेल में बंद मुकेश पाठक ने रंगदारी के रूप में 25 लाख रुपये की मांग की थी और नहीं देने पर 19 मई, 2012 को कंपनी के सुपरवाइजर संजय सिंह की हत्या गोली मार कर दी गयी. डर कर कंपनी ने 21.90 लाख रुपये लेवी के रूप में दिये, जिसके साथ वह पकड़ा गया था. ऋषि के पास से कई आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुआ था.
साथियों के नामों का किया खुलासा
पुलिस की कड़ी पूछताछ में ऋषि ने संतोष व मुकेश गिरोह के सभी सदस्यों के नामों का खुलासा कर दिया था. जिस कारण लंबे समय तक निर्माण कंपनी के ऊपर से संकट का बादल छटा रहा.
ऋषि ने बताया था कि गिरोह के नेता संतोष व मुकेश हैं और चिरंजीवी सागर, अमित पांडेय, श्याम सुंदर ठाकुर, पवन कुमार उपाध्याय, गौतम ठाकुर, दीपक झा, विनय बिहारी, राजू सिंह, निकेश दुबे, बबलू दुबे, सत्येंद्र झा, जयमंगल झा, प्रमोद ठाकुर, चंद्रमोहन झा, मृत्युंजय मिश्रा, उदय झा, अरुण कुमार भगत, सुबोध दुबे, गुड्डू झा, शमीम अख्तर, अभिषेक मिश्रा, रवि पटेल, हरि प्रसाद, बबलू झा, वंदन कुमार चौबे, आलोक सिंह, सोनू सिंह, विकास झा, विमलेंदु सिंह, बबलू झा व सुशील झा गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं. झारखंड, ओड़िशा व नेपाल में लेते है पनाह
ऋषि ने बताया था कि आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद गिरोह के सदस्य शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, गोपालगंज, दरभंगा के अलावा झारखंड, ओड़िश व नेपाल है.