मिल पर किसानों का 60 करोड़ बकाया
संघर्ष मोरचा ने सीएम को भेजा पत्र भुगतान को सीएम से हस्तक्षेप की मांग सीतामढ़ी : रीगा चीनी मिल में चालू सत्र में गेहूं की पेराइ शुरू है. गन्ना किसानों का मिल के यहां अब तक करीब 60 करोड़ रुपये बकाया है. सीएम नीतीश कुमार से हस्तक्षेप कर उक्त भुगतान कराने की मांग की गयी […]
संघर्ष मोरचा ने सीएम को भेजा पत्र
भुगतान को सीएम से हस्तक्षेप की मांग
सीतामढ़ी : रीगा चीनी मिल में चालू सत्र में गेहूं की पेराइ शुरू है. गन्ना किसानों का मिल के यहां अब तक करीब 60 करोड़ रुपये बकाया है. सीएम नीतीश कुमार से हस्तक्षेप कर उक्त भुगतान कराने की मांग की गयी है. इस बाबत संयुक्त किसान संघर्ष मोरचा की रीगा शाखा के राम कैलाश सिंह, जिलाध्यक्ष रामतपन सिंह व रंधीर प्रसाद सिंह समेत अन्य ने संयुक्त रूप से एक पत्र सीएम को भेजा है.
सीएम को बताया पूरा हाल
सीएम को भेजे पत्र में आग्रह किया गया है कि महंगे उर्वरक, बढ़ती मजदूरी, डीजल की बढ़ती कीमत, महंगी जुताइ, सिंचाइ, गन्ने की ढ़ुलाइ व कटाइ की बढ़ती दरों की समीक्षा कर गन्ना का मूल्य निर्धारित की जाये ताकि गन्ना किसान घाटे की खेती से उबर सके. पिछले सत्र में गन्ना मूल्य तय करने में लागत की अनदेखी की गयी थी.
किसानों के गन्ना से चीनी के साथ ही कई तरह की सामग्री तैयार कर मिल प्रबंधन द्वारा कमाई की जा रही है. इसके अलावा गन्ना तौल की अनियमितता व समय पर भुगतान नहीं कर किसानों को परेशान किया जा रहा है. मिल प्रबंधन के शोषण, बकाये पैसे, केन एक्ट का अनुपालन नहीं होने, कृषि रोड मैप की राशि में भारी लूट व अन्य कारणों से गन्ना किसानों को भारी
क्षति का सामना करना पड़ता है. लागत के आलोक में गन्ना का मूल्य प्रति क्विंटल 600 रुपये तय करने व मिल से बकाये का भुगतान कराने की मांग की गयी है. पत्र के साथ गन्ना की खेती पर आने वाले खर्च का पूरा ब्योरा भी दिया गया है.