हरिहरपुर पंचायात में हर क्षेत्र में हुआ विकास
हरिहरपुर पंचायात में हर क्षेत्र में हुआ विकास ये हुआ है विकासनिर्मल पंचायत के रूप में हुआ है चयन पंचायत में सड़क, बिजली, शौचालय के क्षेत्र में हुआ है विकासदो-तीन है सामुदायिक भवन ये है कमीसात आंगनबाड़ी केंद्रों में सेविका व सहायिका की है कमी किसानों की सुविधा के लिए दो स्टेट बोरिंग है, पर […]
हरिहरपुर पंचायात में हर क्षेत्र में हुआ विकास ये हुआ है विकासनिर्मल पंचायत के रूप में हुआ है चयन पंचायत में सड़क, बिजली, शौचालय के क्षेत्र में हुआ है विकासदो-तीन है सामुदायिक भवन ये है कमीसात आंगनबाड़ी केंद्रों में सेविका व सहायिका की है कमी किसानों की सुविधा के लिए दो स्टेट बोरिंग है, पर चालू नहीं है. नहीं है पंचायत भवन फोटो- 5 से 9 तक पंचायत में स्थित कालीकरण सड़क, पीसीसी, स्कूल, शौचालय व ट्रांसफॉर्मर पुपरी. अनुमंडल मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर उत्तर दिशा में पुपरी-सुरसंड पथ से सटे स्थित हरिहरपुर पंचायत की स्थिति विगत 10-15 वर्षों काफी बेहतर हुयी है. पंचायत के सभी गांवों में सड़क, बिजली, शौचालय आदि के क्षेत्र में अच्छा विकास हुआ है. सबसे खुशी की बात यह है कि इस पंचायत का चयन निर्मल पंचायत के रूप में की गयी है. गत 24 दिसंबर को स्थानीय विधायक के नेतृत्व में जिला से आये वरीय अधिकारियों के बीच डीएम राजीव रौशन ने निर्मल पंचायत के चयन के लिए घोषणा के साथ ही शिलान्यास भी किया गया. इस दौरान डीएम ने कहा था कि अगर ग्रामीणों का अपेक्षित सहयोग रहा तो 26 जनवरी को इस पंचायत को निर्मल पंचायत घोषित कर दिया जायेगा. इस बात से ग्रामीणों में काफी खुशी है. तीन मवि व सात आंगनबाड़ी केंद्र प्रभात खबर की टीम इस पंचायत के विकास का जायजा लिया. इस दौरान कुछ प्रबुद्ध ग्रामीणों ने बताया कि विगत 10-15 वर्ष में निश्चित रूप से हर क्षेत्र में विकास हुआ है. गांव की दर्जनों छोटी व बड़ी सड़क का मिट्टी- सोलिंग, पीसीसी के साथ ही नाला का भी निर्माण कराया गया है. स्कूलों में नये भवनों का निर्माण, आंगनबाड़ी की व्यवस्था, गरीब तबके के लोगों को वृद्धापेंशन, कन्या विवाह योजना समेत अन्य योजनाओं का लाभ लिया जा रहा है. इससे गांव के लोगों में जागरूकता आयी है. पांच किमी में फैले इस पंचायत में तीन राजस्व ग्राम व दर्जन भर टोला है. यहां की कुल जनसंख्या करीब 11 हजार व 4800 मतदाता है. सात आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन पर कर्मी कार्यरत हैं तो चार पर सेविका व सहायिका की नियुक्ति होनी है. किसानों की सुविधा के लिए दो स्टेट बोरिंग है, पर चालू नहीं है. दो-तीन सामुदायिक भवन है, पर पंचायत भवन नहीं है. शिक्षा के क्षेत्र में जागरूकता लोगों का मानना है कि शिक्षा के क्षेत्र में काफी जागरूकता आयी है. स्वास्थ्य उपकेंद्र नहीं है, पर विद्युत की स्थिति ठीक-ठाक है. पंचायत के टोला व मोहल्ले में भी विद्युत आपूर्ति हो रही है. कहीं-कहीं पर विद्युत तार व पोल की आवश्यकता है. पंचायत में विभिन्न विकास योजनाओं से सड़क, नाल व अन्य विकास कार्य किये गये हैं. पंचायत के निवासी सांसद,विधायक, जिला पार्षद, प्रखंड प्रमुख, आइएएस अधिकारी व कई अभियंता के पद को सुशोभित कर चुके है. कई योजनाओं पर होना है काम पंचायत के मुखिया संतोष कुमार उर्फ ललन सिंह ने बताया कि विभिन्न विकास योजनाओं से पंचायत के करीब 6000 फिट पीसीसी, तीन हजार फिट खड़ंजा, करीब दो किलोमीटर पक्की सड़क, 400 अनुसूचित जाति व 25 लोगों की घड़ारी की मिट्टी भराई, आधा दर्जन लोगों के जमीन पर तालाब की खुदाई, करीब 750 लाभार्थियों को वृद्धापेंशन व एक हजार परिवार को इंदिरा आवास का लाभ दिलाया गया है. साथ ही उपस्वास्थ्य केंद्र, उच्च विद्यालय, पंचायत भवन, पैक्स गोदाम, स्टेट बोरिंग को चालू कराना, मरहा व अधवारा समूह के नदियों से पंचायत को जोड़ कर सिंचाई सुविधा मुहैया कराने की योजना पर काम होना है. इसके लिए वे प्रयासरत भी हैं. ऐसा होने से पंचायत के विकास में चार चांद लग जायेगा.