सुप्पी में वर्षों से ठप है अधिकांश नलकूप
सुप्पी में वर्षों से ठप है अधिकांश नलकूप फोटो- 20 व 21 गम्हरिया व परसा में लगा नलकूप. सुप्पी(सीतामढ़ी). प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में दो दर्जन से अधिक नलकूप हैं. हालांकि इसमें अधिकांश वर्षों से ठप पड़ा हुआ है. इससे किसानों को सिंचाई का कोई लाभ नहीं मिल रहा है. किसानों को खरीफ फसल […]
सुप्पी में वर्षों से ठप है अधिकांश नलकूप फोटो- 20 व 21 गम्हरिया व परसा में लगा नलकूप. सुप्पी(सीतामढ़ी). प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में दो दर्जन से अधिक नलकूप हैं. हालांकि इसमें अधिकांश वर्षों से ठप पड़ा हुआ है. इससे किसानों को सिंचाई का कोई लाभ नहीं मिल रहा है. किसानों को खरीफ फसल का पटवन पंपसेट से करना पड़ रहा है. सरकार के स्तर से बार-बार यह बात कही जाती है कि किसानों के हित में ठोस कदम उठाये जायेंगे, लेकिन बंद पड़े नलकूपों को ठीक नहीं कराये जाने से सरकार की बात व दावा बेमानी साबित हो रही है. कई नलकूप ऐसे हैं जो बिजली की सुविधा के अभाव में ठप है. गम्हरिया के ब्रह्मचारी वृंद किशोर सिंह व सुनील कुमार सिंह ने बताया कि 10 वर्ष पूर्व गांव में नलकूप लगा. बिजली की सुविधा के अभाव में चालू नहीं हो सका. नाला भी नहीं बनाया जा सका. इधर, परसा गाव के नवीन राय ने बताया कि गांव में नलकूप तो है, पर उससे कम पानी निकलने से किसानों को सिंचाई का समुचित लाभ नहीं मिल पाता है. 176 में 84 नलकूप कार्यरत सीतामढ़ी. लघु सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता की माने तो जिले में 176 राजकीय नलकूप हैं, जिसमें से 84 कार्यरत हैं. 19 नलकूप विद्युत दोष के चलते ठप पड़ा हुआ है. बता दें कि गत दिन डीएम ने नलकूपों व सिंचाई की समीक्षा की थी. उस दौरान कार्यपालक अभियंता को खरीफ फसल में भूमि की सिंचाई का किसानवार विस्तृत प्रतिवेदन 15 दिनों के अंदर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया था.