नियम हो सख्त, तो रुक जायेगी दुर्घटनाएं
नियम हो सख्त, तो रुक जायेगी दुर्घटनाएं गांव विकास मंच द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह पर परिचर्चासीतामढ़ी. गांव विकास मंच के तत्वावधान में शनिवार को नगर के लोहिया आश्रम में सड़क सुरक्षा सप्ताह पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया. परिचर्चा के प्रारंभिक उद्बोधन में मंच के अध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद सिंह ने यूएनओ के आंकड़े का […]
नियम हो सख्त, तो रुक जायेगी दुर्घटनाएं गांव विकास मंच द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह पर परिचर्चासीतामढ़ी. गांव विकास मंच के तत्वावधान में शनिवार को नगर के लोहिया आश्रम में सड़क सुरक्षा सप्ताह पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया. परिचर्चा के प्रारंभिक उद्बोधन में मंच के अध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद सिंह ने यूएनओ के आंकड़े का हवाला देते हुए कहा कि दुनिया में हर साल करीब 12 लाख लोग सड़क दुर्घटना मे मारे जाते हैं और पांच करोड़ लोग जख्मी हो जाते हैं. दुर्घटना के शिकार लोगों में आधे लोग पाव पैदल चलने वाले या साइकिल और बाइक सवार लोग होते हैं. केवल भारत में सड़क दुर्घटना में कम से कम एक लाख लोग मृत्यु के शिकार हर साल होते हैं. उन्होंने कहा कि सीट बेल्ट के सही प्रयोग से 61 प्रतिशत हेलमेट के प्रयोग से 45 प्रतिशत एवं शराब पर रोक एवं ट्रैफिक नियमों की सख्ती से 20 प्रतिशत दुर्घटनाएं रोकी जा सकती है. नियमों की सख्ती से 20 प्रतिशत दुर्घटनाएं रोकी जा सकती है. प्रचार प्रसार अभियान पर बलबीते वर्ष 2015 में दुनिया के देशों में 18 वर्ष से कम आयु के एक लाख 86 हजार तीन सौ बच्चों की मौत हो गयी. रंजू कुमारी एवं सीमा वर्मा ने स्कूली बच्चों के बीच सड़क सुरक्षा सप्ताह की जानकारी देने और प्रचार प्रसार का अभियान चलाने की बात कही. रुस्तम अली एवं सुधीर कुमार सुझाव था कि सड़क सुरक्षा संबंधी एक अध्याय पाठ्य पुस्तक में डाला जाना चाहिए. संजीव कुमार ने कहा कि चालक के लिए शराबबंदी सख्ती से लागू किया जाये और पकड़े जाने पर उनका लाइसेंस रद्द किया जाये. वरीय अधिवक्ता ईश्वर चंद्र मिश्र ने कहा कि नियमों के सख्ती से पालन करने से दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सकती है. परिचर्चा के अंत में सुमित कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया.