सीतामढी में 24 घंटे से ट्रेन को रोका

सीतामढ़ीः रुन्नीसैदपुर में 24 घंटे से पैसेंजर ट्रेन को रोक कर रखा गया है. ट्रेन को माकपा कार्यकर्ताओं व स्थानीय विभिन्न संगठनों के लोगों ने रोक रखा है. प्रदर्शन कर रहे लोग रुन्नीसैदपुर स्टेशन से थोड़ी दूरी पर न्यू रुन्नीसैदपुर स्टेशन बनाने की मांग कर रहे हैं. इनका कहना है, जब तक उनकी मांग को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2013 4:45 AM

सीतामढ़ीः रुन्नीसैदपुर में 24 घंटे से पैसेंजर ट्रेन को रोक कर रखा गया है. ट्रेन को माकपा कार्यकर्ताओं व स्थानीय विभिन्न संगठनों के लोगों ने रोक रखा है. प्रदर्शन कर रहे लोग रुन्नीसैदपुर स्टेशन से थोड़ी दूरी पर न्यू रुन्नीसैदपुर स्टेशन बनाने की मांग कर रहे हैं. इनका कहना है, जब तक उनकी मांग को नहीं माना जाता है, तब वह लोग ट्रैक से नहीं हटेंगे. ट्रेन को गुरुवार को उस समय रोक लिया गया, जब वह सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर जा रही थी.

जानकारी के मुताबिक, रुन्नीसैदपुर के बाद न्यू रुन्नीसैदपुर स्टेशन बनाये जाने की मांग पिछले काफी समय से की जा रही है. बताया जाता है, रेलमंत्री रहते हुये लालू प्रसाद यादव ने यहां हॉल्ट बनाने की घोषणा की थी. ये मांग पूर्व विधायक भोला राय ने की थी. वहीं, स्थानीय सांसद अजरुन राय न्यू रुन्नीसैदपुर नाम के स्टेशन का शिलान्यास कर चुके हैं. सांसद अब भी कह रहे हैं, वह स्थल स्टेशन ही है. वहीं, रेल अधिकारियों का कहना है, वहां हॉल्ट प्रस्तावित है, जिस पर काम हो रहा है. इसके लिए टेंडर निकाला गया है. अभी वहां किसी ट्रेन को नहीं रुकना है. इसके बाद भी जबरन वहां पर ट्रेनों को रोका जा रहा है. ये रेलवे के नियमों का उल्लंघन है.

ट्रेन को माकपा के अंचल सचिव देवेंद्र प्रसाद यादव के नेतृत्व में रोक कर रखा गया है. पिछले कई माह से न्यू रुन्नीसैदपुर स्टेशन की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. माकपा के नेता ही इसका नेतृत्व कर रहे हैं, जिसमें इन्हें विभिन्न संगठनों का समर्थन प्राप्त है. इनकी मांग है, रुन्नीसैदपुर स्टेशन का नाम भी बदला जाये. साथ ही न्यू रुन्नीसैदपुर स्टेशन पर यात्री शेड का निर्माण किया जाये. पेयजल की व्यवस्था हो. टिकट काउंटर खोला जाये.

बताया जाता है, जिस स्थान पर ट्रेन को रोक कर रखा गया है. वहां से आधा किलोमीटर की दूरी पर रुन्नीसैदपुर बस स्टैंड है. लोगों का कहना है, जब ट्रेन को रोका गया था, तभी इस पर यात्र कर रहे यात्रियों को इस बात की शंका हुई थी. ट्रेन को ज्यादा समय तक रोका जा सकता है. इसी वजह से ट्रेन रोके जाने के आधा घंटे के अंदर यात्री बस व अन्य साधनों से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गये. सीतामढ़ी के आरपीएफ दारोगा वेद प्रकाश वर्मा का कहना है, ट्रेन 24 घंटे से रुकी है, लेकिन उसमें कोई यात्री नहीं है. सभी ट्रेन से जा चुके हैं.

दरअसल, माकपा नेता के नेतृत्व में अनशन बुधवार से चल रहा था, जब चौबीस घंटे तक अनशनकारियों से रेलवे का कोई बड़ा अधिकारी मिलने नहीं पहुंचा तो गुरुवार को इन लोगों ने ट्रेन रोक दी. इसके बाद भी बीडीओ व सीओ ही मौके पर पहुंचे. इसके अलावा आरपीएफ के दारोगा पहुंचे. इन लोगों ने प्रदर्शनकारियों को मनाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे.

रेलखंड पर चलती हैं दो ट्रेनें. मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेलखंड पर दो जोड़ी ट्रेन चलती हैं. इनका परिचालन मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी के बीच होता है. ट्रेनों का नंबर क्रमश: 55505 व 55281 है. प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार से 55505 से रोक रखा है. इस वजह से रेलखंड पर चलनेवाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

आधा दर्जन की हालत नाजुक

रून्नीसैदपुरः न्यू रून्नीसैदपुर रेलवे स्टेशन परिसर में माकपा का आमरण अनशन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा. इस बीच अनशनकारियों में से आधा दर्जन की स्थित गंभीर हो गयी है. आरपीएफ के अधिकारी लगातार अनशनकारियों को समझाने में जुटे हैं तो अनशनकारी मांगों के पूरा होने तक अनशन पर डटे रहने का मन बनाये हैं. अनशनकारी रेलवे पटरी पर लेटे हुए हैं. अनशन पर बैठे गणेश राम, लक्ष्मी दास, दहौरी देवी, रामवृक्ष सहनी, विंदा देवी, रामचंद्र राम, पुलिया देवी व सफीदा खातून की स्थिति गंभीर होती जा रही है. सभी 55 से 70 वर्ष के बीच के हैं. बीडीओ सत्येंद्र कुमार शर्मा, सीओ अखिलेश कुमार सिन्हा, थानाध्यक्ष गोरख राम व आरपीएफ निरीक्षक वेद प्रकाश वर्मा अनशनकारियों से शुक्रवार को भी बात करते रहे.

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