शिवहर स्टेट के पोते की मासिक कमाई ~850

सीतामढ़ी : शिवहर स्टेट के मनीष नंदन सिंह चल व अचल संपत्ति के मामले में एक तरह से कंगाल हैं. कहने के लिए वे शिवहर दरबार के वंशज हैं, लेकिन संपत्ति के नाम पर कुछ नहीं है. एक बाइक है वह भी पत्नी के नाम पर. उन्हें मासिक आय के रूप में मात्र 850 रुपये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2016 6:54 AM

सीतामढ़ी : शिवहर स्टेट के मनीष नंदन सिंह चल व अचल संपत्ति के मामले में एक तरह से कंगाल हैं. कहने के लिए वे शिवहर दरबार के वंशज हैं, लेकिन संपत्ति के नाम पर कुछ नहीं है. एक बाइक है वह भी पत्नी के नाम पर. उन्हें मासिक आय के रूप में मात्र 850 रुपये मिलते हैं. इससे परिवार नहीं चल पाता है. उनकी पत्नी ट्यूशन पढ़ा कर किसी तरह से परिवार चलाती हैं. उप समाहर्ता, शिवहर की ओर से मनीष नंदन सिंह की चल व अचल संपत्ति के बारे में कोर्ट में सौंपी गयी रिपोर्ट से यह बातें सामने आयी हैं.

न्याय शुल्क देने में असमर्थ . दरबार की जमीन में हिस्सा के लिए मनीष नंदन ने कोर्ट में वाद दायर किया है. वाद का मूल्यांकन 25 करोड़ रुपये दर्शाया गया है. इसका न्याय शुल्क 50 हजार देना है. श्री सिंह कोर्ट में आवेदन देकर अपने को आकिंचन बताया था व न्याय शुल्क से मुक्त करने का आग्रह किया था. शिवहर के अवर न्यायाधीश, प्रथम के कोर्ट में गत साल छह सितंबर को सुनवाई हुई और उन्हें सबूत पेश करने को कहा गया था. उनके पास कीशिवहर स्टेट के
चल व अचल संपत्ति के बारे में किसी को कोई खबर हो तो बताने के लिए पूरी जनता को सूचित किया गया था. मामले में सीओ से रिपोर्ट मांगी गयी थी.
सीओ की अलग-अलग रिपोर्ट
एक अगस्त 15 को शिवहर सीओ ने कोर्ट को बताया कि श्री सिंह के पास 50 लाख की अचल संपत्ति व एक बाइक है. श्री सिंह ने उस रिपोर्ट का कोर्ट में विरोध दर्ज कराया. बाद में सीओ ने रिपोर्ट दी कि पूर्व के प्रतिवेदन में जिस संपत्ति का उल्लेख किया गया है, वह वादी की मां के नाम से है. वादी के आग्रह पर कोर्ट ने शिवहर उप समाहर्ता को श्री सिंह के चल व अचल संपत्ति के संबंध में रिपोर्ट देने को कहा. रिपोर्ट में कहा गया कि वादी की मां के नाम से 40 लाख की जमीन है. उस पर 10 लाख का मकान बना हुआ है. वादी की पत्नी के नाम से एक बाइक है, जिसकी कीमत 48780 है. माता-पिता की वे अकेली संतान हैं. इनके नाम से कोई चल-अचल संपत्ति नहीं है. श्री सिंह ने अपने शपथ पत्र में भी इन बातों का उल्लेख किया है.
सीओ पर पक्षपात का आरोप
बता दें कि मनीष नंदन की ओर से जिन लोगों पर कोर्ट में मुकदमा किया गया है, उनमें एक रामजशी देवी भी शामिल हैं. उसने गत 18 दिसंबर को कोर्ट में आवेदन देकर बताया कि वादी मनीष नंदन सिंह शिवहर स्टेट के राजा गिरीश नंदन सिंह के पोता हैं. इनके पास दो मंजिला मकान है, जो शिवहर स्टेट के कैंपस में है. किराया से 10 हजार मासिक आमदनी है. सीओ ने बिना छानबीन के प्रतिवेदन दिया है. इसे अस्वीकार किया जाये. हालांकि अपनी दलील में रामजसी देवी कोई सबूत उपलब्ध नहीं करा पायी.
नहीं है चल-अचल संपत्ति
आधिकारिक रिपोर्ट व अन्य पक्षों के आवेदनों पर गौर करने के बाद शिवहर कोर्ट के सिरिश्तेदार किशोरी प्रसाद राय ने कहा है कि वादी मनीष नंदन सिंह की मां जीवित हैं. उनके नाम से 0.25 डिसमिल जमीन है. मकान भी है. जमीन व मकान की कीमत क्रमश: 40 लाख व 10 लाख है. वादी के नाम से कोई चल व अचल संपत्ति नहीं है. मासिक आय के रूप में 850 रुपये ही मिलते हैं.

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