दो सचिवों के विवाद में मदरसे का काम हुआ प्रभावित

जांच के दौरान भी दोनों सचिवों के समर्थक उलझ गये सीतामढ़ी/परिहार : प्रखंड के मदरसा मंजरूल इसलाम कन्हवा में सचिव का विवाद काफी समय से चला आ रहा है. इसकी जांच को मदरसा बोर्ड से अधिकारी आये थे. कागजात की जांच के दौरान दोनों गुटों के बीच फिर विवाद हो गया. अंत में जांच अधिकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2016 6:55 AM

जांच के दौरान भी दोनों सचिवों के समर्थक उलझ गये

सीतामढ़ी/परिहार : प्रखंड के मदरसा मंजरूल इसलाम कन्हवा में सचिव का विवाद काफी समय से चला आ रहा है. इसकी जांच को मदरसा बोर्ड से अधिकारी आये थे. कागजात की जांच के दौरान दोनों गुटों के बीच फिर विवाद हो गया. अंत में जांच अधिकारी लौट गये. मदरसा में दो सचिव का विवाद है. कहा जा रहा है कि नये सचिव को बोर्ड से मान्यता नहीं मिली है.
बावजूद मदरसा के खाता से राशि की निकासी कर ली गयी है. प्रधान मौलवी मजहरूल हक ने बताया कि सचिव मो इदरिश के बाद नवंबर 2014 में नयी कमेटी बनी, जिसके सचिव पैक्स अध्यक्ष मकसूद आलम बनाये गये. इसमें सदस्य के रूप में मो सज्जाद भी शामिल थे. पोशाक राशि वितरण का सदस्यों ने कमेटी के सामने हिसाब देने को कहा, लेकिन मकसूद आलम द्वारा हिसाब नहीं दिया गया. इस कमेटी को मदरसा से मंजूरी मिली.
इस बीच मदरसा के प्रधान मो मुसा ने जुलाई 2015 में पोशाक राशि का वितरण किया. इस मद का 41 हजार रुपया शेष रह गया. नवंबर 15 में एक नयी कमेटी बनी, जिसके सचिव सज्जाद बनाये गये. इस कमेटी को मंजूरी नहीं मिली है. सचिव सज्जाद का आरोप है कि मदरसा में पोशाक व एमडीएम की राशि में से बंदरबांट किया जाता है. यहां एक साल से एमडीएम बंद है.
कहते हैं अधिकारी
जांच को आये मदरसा बोर्ड पटना के इंस्पेक्टर डा नुरूल इसलाम ने बताया कि दोनों सचिव व ग्रामीणों का पक्ष लिया गया है. बोर्ड के स्तर से समुचित निर्णय लिया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version