अमिताभ कुमार
सीतामढ़ी : आतंकी संगठन आइएसआइएस ने टेली मार्केटिंग के जरीय अब भारतीय क्षेत्र में पांव पसारना शुरू कर दिया है. टेली मार्केटिंग के जरीये भारतीय युवकों को संगठन से जुड़ने पर रुपये व अन्य सुविधाओं का प्रलोभन दिया जा रहा है. खुफिया विभाग को इसकी भनक लगने के बाद स्पेशल ब्रांच के एसपी ने बिहार के सभी जिलों के डीएम व एसपी को पत्र भेज कर सतर्क रहते हुए लंबी कॉल ड्यूरेशन वाले कॉल की निगरानी करने को कहा है.
भभुआ के युवक को पाकिस्तान से आयी कॉल. खुफिया विभाग के एसपी के अनुसार गत 29 जनवरी को सुबह 8.45 बजे सरदार वल्लभ भाई पटेल महाविद्यालय, भभुआ के छात्र मुकेश कुमार (पिता रामा यादव) को एक अज्ञात नंबर-9233320434463 से फोन आया, जिसे मुकेश ने नहीं उठाया. कुछ देर बाद मुकेश ने अपने मोबाइल नंबर-7301386597 से कॉल बैक किया तो उधर से कहा गया ‘मैं इस्लामाबाद पाकिस्तान से बोल रहा हूं’. मैं आइएसआइएस का सक्रिय सदस्य हूं. तुम भी इस संगठन से जुड़ जाओ. बहुत पैसा व सुविधा मिलेगी. इस पर छात्र मुकेशकुमार ने इनकार कर दिया. इसके बाद फोन काट दिया गया. पत्र में बताया गया है कि पाकिस्तान का एसटीडी कोड +92 है.
पूरे कॉल सेंटर के खुलासे की जरूरत
खुफिया विभाग का कहना है कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि टेली मार्केटिंग की तर्ज पर दूरस्थ किसी कॉल सेंटर से रैंडम कॉलिंग से राज्य के अन्य जिलों के अनेक नंबरों पर संपर्क किया गया हो. इसकी ट्रैकिंग कर और लंबी कॉल ड्यूरेशन वाले तथा पुन: कॉल किये जाने वाले नंबरों की निगरानी कर आइएसआइएस में इच्छुक व संक्रमित युवकों का पता लगाया जा सकता है.
खुफिया विभाग की सोच है कि आइएसआइएस के उक्त सक्रिय सदस्य की हरकत भारतीय मूल के नौजवानों को अपने संगठन में शामिल करने की योजना का हिस्सा प्रतीत होता है. इस कारण त्वरित प्रशासनिक सतर्कता व ससमय सुरक्षात्मक कार्रवाई करने की जरूरत है.