अब तक 62 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज

सीतामढ़ी : नियोजित शिक्षकों के नियोजन की वैधता की जांच चल रही है. जांच पूरी होने में अभी काफी वक्त लगेगा. इस बीच, अब भी चार दर्जन से अधिक नियोजन इकाइयों द्वारा नियोजित शिक्षकों की शैक्षणिक प्रमाण पत्रों का फोल्डर निगरानी इंस्पेक्टर को उपलब्ध नहीं कराया गया है, ताकि जांच की कार्रवाई आगे बढ़ सके. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2016 2:01 AM

सीतामढ़ी : नियोजित शिक्षकों के नियोजन की वैधता की जांच चल रही है. जांच पूरी होने में अभी काफी वक्त लगेगा. इस बीच, अब भी चार दर्जन से अधिक नियोजन इकाइयों द्वारा नियोजित शिक्षकों की शैक्षणिक प्रमाण पत्रों का फोल्डर निगरानी इंस्पेक्टर को उपलब्ध नहीं कराया गया है, ताकि जांच की कार्रवाई आगे बढ़ सके.

400 शिक्षकों की जांच पूरी : अब तक 400 शिक्षकों की जांच पूरी की जा चुकी है. इनमे से अवैध पाये गये 60 शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जा चुकी है. अवैध शिक्षकों की संख्या अभी और बढ़ने की उम्मीद है. हाईकोर्ट ने जारी आदेश में कहा था कि अगर कोई शिक्षक अवैध रूप से बहाल है और वे स्वेच्छा से नौकरी छोड़ देते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जायेगी. अन्यथा प्राथमिकी के साथ हीं अन्य कार्रवाई भी की जायेगी.
बावजूद बड़ी संख्या में अवैध शिक्षक स्कूलों में बने रहे. बताया गया है कि 13-14 सौ शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच के लिए संबंधित बोर्ड कार्यालय भेजा गया है. वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई संभव है. बहुत से शिक्षक ऐसे हैं जो वैसे बोर्ड व संस्था के प्रमाण पत्र पर बहाल हो गये हैं,
जिस बोर्ड व संस्था को बिहार सरकार मान्यता नहीं देती है. यहां जांच कर रहे निगरानी इंस्पेक्टर विनयानंद पाठक के हवाले से बताया गया है कि अमान्य संस्था के प्रमाण पत्र पर बहाल शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को जांच के लिए अब संबंधित संस्था में नहीं भेजा जायेगा. उसका निष्पादन यहीं कर दिया जायेगा.
50 नहीं दिये फोल्डर : पंचायत से ले अन्य नियोजन इकाइयों यानी 50 नियोजन इकाइयों द्वारा सैकड़ों शिक्षकों के नियोजन से संबंधित फोल्डर जांच के लिए निगरानी को उपलब्ध नहीं कराया गया है.

Next Article

Exit mobile version