विद्यालय में तालाबंदी विरोध . बतरौली में छात्रों ने किया हंगामा

रून्नीसैदपुर : प्रखंड के मध्य विद्यालय, बतरौली में कक्षा आठ पास छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों द्वारा मंगलवार को तालाबंदी किये जाने से पठन-पाठन ठप रहा. एसएलसी नहीं मिलने से बच्चे आक्रोशित हैं. कल तक उनका गुस्सा उनके दिल में अंदर ही अंदर धधक रहा था जो अब बाहर निकल आया है. तालाबंदी के चलते सभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 18, 2016 6:41 AM

रून्नीसैदपुर : प्रखंड के मध्य विद्यालय, बतरौली में कक्षा आठ पास छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों द्वारा मंगलवार को तालाबंदी किये जाने से पठन-पाठन ठप रहा. एसएलसी नहीं मिलने से बच्चे आक्रोशित हैं.

कल तक उनका गुस्सा उनके दिल में अंदर ही अंदर धधक रहा था जो अब बाहर निकल आया है. तालाबंदी के चलते सभी शिक्षक विवश होकर बीआरसी में योगदान दिये. इसकी सूचना प्रधान शिक्षक राकेश कुमार ने बीइओ व बीडीओ को दी. आवेदन में प्रधान ने लिखा है कि बच्चे व उनके अभिभावक अविलंब एसएलसी की मांग कर रहे हैं.
तब तक के लिए स्कूल में तालाबंदी रहेगी.
क्या है मामला : बता दें कि आपराधिक मामले में जेल में बंद थाना क्षेत्र के बतरौली गांव के सरोज राय की वास्तविक उम्र का पता लगाने के लिए पुलिस ने तीन फरवरी 15 को उक्त स्कूल में नामांकन पंजी व अन्य अभिलेखों की जांच की थी. जन्म तिथि में हेराफेरी के मकसद से नामांकन पंजी में छेड़छाड़ का मामला सामने आने पर पुलिस ने तत्कालीन प्रधान शिक्षक से स्कूल के कई पंजियों को जब्त करने के साथ हीं उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. हालांकि पुलिस ने जो जब्ती सूची बनायी थी, उसमें नामांकन पंजी का उल्लेख नहीं है. जब्ती सूची पर गवाहों के रूप में तत्कालीन व वर्तमान दोनों प्रधान शिक्षक का नाम दर्ज है.
एसएलसी को लेकर आक्रोश
प्रधान का है कहना : वर्तमान प्रधान शिक्षक का कहना है कि पुलिस अधिकारी द्वारा एक-दो दिनों के अंदर नामांकन पंजी वापस कर दिये जाने का आश्वासन देकर उसे सीजर लिस्ट में दर्ज नहीं किया गया था. आज तक नामांकन पंजी विद्यालय को वापस नहीं किया गया है. फलत: कक्षा आठ पास बच्चों को एसएलसी देने में कठिनाई हो रही है. बता दें कि आठ मई को दर्जन भर छात्र-छात्राओं ने बीडीओ से मिल कर 17 मई तक नामांकन पंजी वापस नहीं दिलाने पर प्रखंड कार्यालय परिसर में सामूहिक आत्मदाह करने की बात कही थी. बीडीओ ने बच्चों के आवेदन को डीएम के यहां भेज दिया था. मामला अब तक ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है.

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