सदर अस्पताल में चोरी की घटनाएं बढ़ीं

सीतामढ़ी : नगर स्थित सदर अस्पताल बिचौलियों के साथ-साथ चोरी का भी अड्डा बनता जा रहा है. आये दिन दूर-दूर से आने वाले मरीजों की साइकिलें व मोटरसाइकिलों की चोरी होने की घटना आम हो गयी है. अस्पताल इतना असुरक्षित हो गया है कि पलक झपकते ही यहां से मरीज तो मरीज कई अस्पताल कर्मियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2016 12:19 AM

सीतामढ़ी : नगर स्थित सदर अस्पताल बिचौलियों के साथ-साथ चोरी का भी अड्डा बनता जा रहा है. आये दिन दूर-दूर से आने वाले मरीजों की साइकिलें व मोटरसाइकिलों की चोरी होने की घटना आम हो गयी है.

अस्पताल इतना असुरक्षित हो गया है कि पलक झपकते ही यहां से मरीज तो मरीज कई अस्पताल कर्मियों की भी बाइक चोरी हो चुकी है. बुधवार को भी राजोपट्टी, महारानी स्थान से इलाज कराने आये मरीज उमेश राय की साइकिल चोरी हो गयी. पीड़ित अपनी साइकिल ओपीडी भवन के पास खड़ी कर इलाज कराने गया था. लौटने के बाद उसकी पैरों तले जमीन खीसक गयी, जब देखा कि जहां वह साइकिल खड़ी कर अंदर गया था,
वहां से साइकिल गायब थी. पीड़ित ने अपनी फरियाद लेकर डीएस डॉ पीपी लोहिया के पास पहुंचा, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी. प्रबंधक भी मौजूद नहीं थे. आखिर पीड़ित उमेश राय रोते-बिलखते अपने घर लौट गया. अस्पताल कर्मियों ने बताया कि सरकार द्वारा सुरक्षा के नाम पर लाखों रुपये खर्च किया जा रहा है, बावजूद अस्पताल सुरक्षित नहीं है. बताया कि एक माह के अंदर अस्पताल परिसर से आठ से 10 साइकिल व बाइक की चोरी कर ली गयी है.
अस्पताल परिसर में अनधिकृत वाहनों को रोकने के लिए करीब दो वर्ष पूर्व लोहे के गेट का निर्माण कराया गया था. निजी सुरक्षा गार्डों की तैनाती की गयी है. बावजूद आये दिन अस्पताल से साइकिल व मोटरसाइकिलों की चोरी सवाल खड़ा करता है.
प्रबंधक के तीन दिन नहीं रहने के कारण समस्या: इस संबंध में प्रभारी डीएस डॉ पीपी लोहिया ने बताया कि इसकी जिम्मेवारी अस्पताल प्रबंधक की होती है. अस्पताल प्रबंधक की स्थानीय सदर अस्पताल में तीन दिन व मोतिहारी सदर अस्पताल में तीन दिन ड्यूटी दी गयी है. इसलिए तीन दिन अस्पताल पूरी तरह असुरक्षित हो जाता है. जल्द ही इस समस्या का हल निकालने का प्रयास किया जाएगा.

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