पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया
सीतामढ़ीः शहर स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय ललित आश्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि गुरुवार को बलिदान दिवस के रूप में मनायी गयी. इस अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प एवं माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया. मुख्य प्रवक्त शिवशंकर शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर गत 25 जनवरी को […]
सीतामढ़ीः शहर स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय ललित आश्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि गुरुवार को बलिदान दिवस के रूप में मनायी गयी. इस अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प एवं माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया.
मुख्य प्रवक्त शिवशंकर शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर गत 25 जनवरी को जिला कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार सभी उपस्थित कांग्रेसियों ने अनुसूचित जाति के बस्ती भवदेपुर में जाकर दलितों के साथ बैठक की.
कार्यक्रम के प्रभारी जिला उपाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार तिवारी ने संकल्प दिलाया कि भारत की एकता एवं सामाजिक अखंडता के प्रति निष्ठा के साथ सदैव सजग रहेंगे. प्रदेश संगठन सचिव मो असद, वीरेंद्र यादव व उपाध्यक्ष सीताराम झा ने कहा कि राष्ट्रपिता के बताये गये रास्ते पर चल कर ही भारत को मजबूत बनाया जा सकता है. मौके पर मौजूद प्रदेश प्रतिनिधि विमल झा, डॉ भुवनेश्वरी मिश्र, प्रदेश सचिव सुरेश रजक, शिवशंकर शर्मा, प्रो बच्च मिश्र, वीरेंद्र कुशवाहा व ज्वाला प्रताप सिंह समेत अन्य ने गांधीजी के सत्य और अहिंसा के नीति की सराहना करते करते हुए देश की एकता व अखंडता के लिए लड़ने का संकल्प लिया. वहीं नगर कांग्रेस कमिटी की ओर से नगर स्थित दलित बस्ती वार्ड नंबर-13 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का बलिदान दिवस मनाया गया. उनके तसवीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सीमा गुप्ता ने की. मुख्य अतिथि के रूप में जिला उपाध्यक्ष सह जिला कांग्रेस कार्यक्रम क्रियान्वयन प्रभारी सत्येंद्र कुमार तिवारी मौजूद थे. श्री तिवारी ने कहा कि 30 जनवरी 1948 को राष्ट्रपिता की हत्या कर दी गयी थी. अध्यक्ष श्रीमती गुप्ता ने सभी को भारत की एकता व अखंडता बनाये रखने में अपना योगदान देने का संकल्प दिलाया. मौके पर राजेश कुमार, आरती रजक, आनंदी देवी, शीला देवी, रमेश रजक, सुरेश बैठा, विश्वनाथ पासवान, सोनेलाल पासवान, विंदेश्वर बैठा, वीरेंद्र राम व शिवशंकर शर्मा मौजूद थे.