सीतामढ़ी : मेहसौल स्थित मदरसा रहमानिया के अध्यक्ष अरमान अली के माता-पिता क्रमश: नूरजहां खातून व मो हसमत हुसैन 29 अगस्त को हज के लिए हज भवन पटना रवाना होंगे, जहां से हाजियों का जत्था 31 अगस्त को मक्का-मदीना के लिए रवाना होंगे. बता दें कि इस वर्ष जिले से कुल 243 हाजी हज यात्रा पर मक्का शरीफ जा रहे हैं. हज को जाने के लिए पूरी तरह तैयार मो हसमत हुसैन ने बताया कि हज इस्लाम धर्म का तीसरा स्तंभ है.
हज एक शारीरिक, मानसिक व आर्थिक इबादत है. ऐसे मुसलमान जो परिपूर्ण हों, उन पर साल में एक बार हज करना फर्ज बनता है. यह बात अलग है कि रब जिसे चाहता है, उसे ही अपने दरबार में हज-ए-बैतुल्लाह के लिए बुलाते हैं. वह बड़े ही खुशनसीब होते हैं, जो मक्का-मदीना को जाते हैं. मजहबे इस्लाम के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब ने फरमाया था कि जब हाजी हज कर लेता है तो वह इतना पाक हो जाता है,
जैसे आज ही अपनी मां के पेट से जन्म लिया हो. बताया कि काबा का चक्कर लगाना, आबे-जमजम पीना, सफा व मरवा पहाड़ पर दौड़ लगाना मकामें मीना में कुर्बानी कर, मकामें अरफात में हज की अदायगी के बाद मुसलमान अपनी इसलाम धर्म के पैगंबर हजरत मो साहब की दीदार के लिए मदीना शरीफ जाते हैं. बताया कि मक्का व मदीना जाने को ज्यारते, हुरमैन व शरीफैन कहा जाता है. हाजी जब हज का इरादा करता है, तब से ही अल्लाह के फरिश्ते उन पर दुआ करता रहता है.
27 दिन बाद भी प्रभार नहीं : सोनबरसा. नये बीइओ के रूप में कमलदेव पंजियार के नाम का आदेश निर्गत किया जा चुका है, लेकिन वे बिना दांत के हाथी बने हुए हैं. यानी श्री पंजियार को अब तक प्रभार नहीं मिला है. प्रभार नहीं मिलने के चलते वे कुछ नहीं कर पा रहे है. प्रभारी बीइओ अरुण कुमार ठाकुर कतिपय कारणों से प्रभार सौंपने से परहेज कर रहे हैं
. श्री पंजियार चहते हैं कि प्रभार मिल जाता तो शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कुछ करते. 27 दिनों से प्रभार के लिए श्री पंजियार बेचैन हैं, पर इसका कोई प्रभाव प्रभारी बीइओ पर नहीं पर रहा है. बता दें कि चार माह पूर्व बीइओ कामेश्वर पासवान रिटायर हो गये. तब डीइओ के आदेश पर बथनाहा बीइओ श्री ठाकुर सोनबरसा बीइओ का प्रभार ग्रहण किया.
इस बीच, डीइओ ने अपने कार्यालय में उपलब्ध बीइओ श्री पंजियार को सोनबरसा भेज दिया. वे एक अगस्त को ही सोनबरसा गये, पर आज तक प्रभार नहीं मिला. कतिपय कारणों से प्रभार सौंपने के नाम पर टाल-मटोल किया जा रहा है. हद तो यह है कि डीइओ के स्तर से मोबाइल पर भी प्रभार सौंपने का आदेश दिया गया था. तब यह स्थिति है. डीइओ महेश्वर साफी ने बताया कि पत्र व मौखिक आदेश के बावजूद प्रभार नहीं सौंप रहे हैं. अब बीइओ ठाकुर के खिलाफ सरकार को रिपोर्ट की जाएगी.