किसानों का हाल देखकर पूर्व सांसद चिंतित

सीतामढ़ी : जिले में जैसे-तैसे धान की रोपनी तो कर दी गयी, पर बारिश के अभाव में खेतों में दरार पड़ रही है. काफी खर्च कर हर वर्ष धान व गेहूं की खेती करने वाले किसानों को सरकार से समय पर अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने व प्रकृति के साथ नहीं देने के चलते खेती की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2016 7:08 AM
सीतामढ़ी : जिले में जैसे-तैसे धान की रोपनी तो कर दी गयी, पर बारिश के अभाव में खेतों में दरार पड़ रही है. काफी खर्च कर हर वर्ष धान व गेहूं की खेती करने वाले किसानों को सरकार से समय पर अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने व प्रकृति के साथ नहीं देने के चलते खेती की लागत पूंजी भी नहीं लौट पाती है. इस बार भी इसी तरह की स्थिति उत्पन्न हो रही है. सुखाड़ के हालात व किसानों की स्थिति देख पूर्व सांसद नवल किशोर राय ने चिंता व्यक्त की है. इस संकट से उबारने के लिए श्री राय द्वारा पहल की गयी है. इसके तहत उन्होंने डीएम से मिल कर फसल की पूरी स्थिति से अवगत कराया है.
साथ ही आग्रह किया है कि सुखाड़ की मार से बचाने के लिए आपातकालिक योजना एवं सूखा व बाढ़ के निदान के लिए दीर्घकालिक योजना बनायी जाये. पूर्व सांसद ने जिला प्रशासन से मांग की है कि राज्य व केंद्र सरकार से उन योजनाओं को लागू करा कर जन-जीवन की सुरक्षा व विकास को गति दी जाये. श्री राय का मानना है कि सुखाड़ की उत्पन्न इस स्थिति में कृषि ऋण व मालगुजारी को माफ कर इसकी वसूली पर तत्काल रोक लगानी चाहिए.
डीएम को एक मांग पत्र भी सौंपा है, जिसमें कहा गया है कि नेपाल से भारत सरकार बात कर वहां से निकलने वाली सभी नदियों पर प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत बाढ़ का नियंत्रण एवं सिंचाई के मुकम्मल व्यवस्था की जाये. जिले के सभी ग्रामीण,
आरइओ, पीडब्ल्यूडी, एनएच व प्रधानमंत्री सड़क योजना से बने हुये पुल-पुलिया के अंदर से सिल्टेशन को हटा कर निर्माण के समय हीं गहराई को सुनिश्चित कराने की मांग की है. श्री राय ने सभी पुराने सार्वजनिक एवं निजी तालाब, पोखर, नाहर व पैन को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में शामिल कर उसे पुनर्जिवित कर मानव व जानवर के उपयोग के लायक बनाने की आवश्यकता जतायी है. जिले के सभी 205 नलकूपों को भी चालू करा कर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की गयी है.

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