अपराह्न 1:52 तक कुश उखाड़ने का उत्तम समय

एक सितंबर को कुशी अमावस्या सीतामढ़ी : आगामी एक सितंबर को कुशी अमावस्या है. इसी दिन कुश उखाड़े जाने की परंपरा है. कुश उखाड़ने के समय को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां रहती है. इसी भ्रांतियों को दूर करने के लिए प्रभात खबर ने जानकारों से बात की. साहित्याचार्य पंडित मुकेश कुमार मिश्र ने बताया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2016 5:29 AM

एक सितंबर को कुशी अमावस्या

सीतामढ़ी : आगामी एक सितंबर को कुशी अमावस्या है. इसी दिन कुश उखाड़े जाने की परंपरा है. कुश उखाड़ने के समय को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां रहती है. इसी भ्रांतियों को दूर करने के लिए प्रभात खबर ने जानकारों से बात की. साहित्याचार्य पंडित मुकेश कुमार मिश्र ने बताया कि शुक्रवार को कुशी अमावस्या है. इस दिन प्रात:काल से लेकर दोपहर 1:52 बजे तक कुश उखाड़ने का उत्तम समय है.
कैसे उखाड़ें कुश
पंडित श्री मिश्रा ने बताया कि पूर्व या उत्तर दिशा की ओर खड़े होकर कुश के मूल, मध्य व अग्र भाग, जहां क्रमश: ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश का स्मरण करते हुए ओइम हूं फट् मंत्र का उच्चारण करते हुए कुश उखाड़ना चाहिए. बताया कि कुशी अमावस्या को उखाड़े गये कुश को वर्ष पर्यंत पूजा-पाठ, शादी-विवाह, यज्ञ-हवन व श्राद्धादि कर्म किया जाता है.

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