जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग
संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा ने मनाया स्थापना दिवस समाहरणालय पर धरना व प्रदर्शन करने का निर्णय सीतामढ़ी : संयुक्त किसान संघर्ष माेर्चा के 16 वें स्थापना दिवस के अवसर पर गुरुवार को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. नगर के खादी भंडार परिसर में ‘सीतामढ़ी जिला के खेतिहरों का संकट’ विषय पर आयोजित उक्त संगोष्ठी […]
संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा ने मनाया स्थापना दिवस
समाहरणालय पर धरना व प्रदर्शन करने का निर्णय
सीतामढ़ी : संयुक्त किसान संघर्ष माेर्चा के 16 वें स्थापना दिवस के अवसर पर गुरुवार को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. नगर के खादी भंडार परिसर में ‘सीतामढ़ी जिला के खेतिहरों का संकट’ विषय पर आयोजित उक्त संगोष्ठी की अध्यक्षता मोर्चा के जिलाध्यक्ष राम तपन सिंह ने की. मोरचा व किसान नेताओं ने किसानों के संकट पर विस्तार से प्रकाश डाला.
डेढ़ दर्जन वक्ताओं के विचारोपरांत सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया. जिसमें आपदाग्रस्त सीतामढ़ी जिले को शीघ्र सुखाड़ क्षेत्र घोषित कर फसल क्षति तथा अगली खेती के लिए इनपुट अनुदान का भुगतान करने, आनन फानन में ऋणी-गैर ऋणी किसानों के लिए कराये गये फसल बीमा योजना से वंचित सभी किसानों को बीमा का लाभ दिलाने के लिए पूरे सितंबर माह तक बीमा कराने की अवधि का विस्तार कराने की मांग की गयी.
जिले के सभी जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया कि सुखाड़ तथा किसानों के अन्य सवालों पर सामूहिक प्रयास कर मुख्यमंत्री से वार्ता किया जाये. सीतामढ़ी जिला वर्ष 2009 से आपदाग्रस्त जिला है. संगोष्ठी में जिला के सभी बंद सिंचाई श्रोतों को चालू कराने, जगह-जगह नदियों को बांध कर पटवन सुनिश्चित कराने समेत अन्य कई मुद्दों पर चर्चा करते हुए मांग की गयी. गांधी जयंती के बाद समाहरणालय पर धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया. संगोष्ठी में मोरचा के संस्थापक डॉ आनंद किशोर, रामसेवक सिंह, जीवनाथ साफी, शंकर मंडल, चंदेश्वर नारायण सिंह, पारसनाथ सिंह, आफताब अंजुम बिहारी, ताराकांत झा, चितरंजन कुमार, गोपीकृष्ण झा, नंदकिशोर मंडल, सीताराम महतो, सूर्यदेव भगत, रवींद्र सिंह, अरुण कुमार, शिवशंकर यादव, शाहिद अंसारी समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे.