नलकूपों के ठप रहने से सिंचाई सेवा बाधित
नलकूप चालू नहीं होने से बढ़ रहा है किसानों का आक्रोश पुपरी : सस्ते दर पर खेतों के पटवन के लिए कई दशक पूर्व लगाये गये नलकूप मृतप्राय हो हो गये है. किसान लंबे समय से आस लगाये हुए हैं कि आखिर कब तक नलकूपों को चालू किया जाएगा. यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ […]
नलकूप चालू नहीं होने से बढ़ रहा है किसानों का आक्रोश
पुपरी : सस्ते दर पर खेतों के पटवन के लिए कई दशक पूर्व लगाये गये नलकूप मृतप्राय हो हो गये है. किसान लंबे समय से आस लगाये हुए हैं कि आखिर कब तक नलकूपों को चालू किया जाएगा.
यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है. खासकर इन दिनों जब खेत में लगे धान की फसलें सिंचाई के अभाव में सूख रहे है. ऐसे में किसानों की चिंता और भी बढ़ गयी है. बेलमोहन गांव के किसान रामस्नेही पांडेय, अमरेंद्र पांडेय, राजकुमार मंडल, बछाड़पुर के मो मुतुर्जा, केवलपुर के मो उजाले, विदेंश्वर साह, राजीव कुमार, भिठ्ठा के सुशील चौधरी ने बताया कि वर्ष 1968 में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रखंड के बेलमोहन, बिरौली, भिठ्ठा, भहमा समेत अन्य गांवों में करोड़ों की लागत से सात नलकूप लगाये गये थे. तब कुछ दिनों तक खेतों की सिंचाई हुई. उस दौरान किसानों के चेहरे खिले रहते थे तो खेतों में फसलों की हरियाली देखते बनती थी. बाद के वर्षों में एक-एक करके सभी नलकूप मृत्यप्राय होते गये.
किसानों का कहना था कि बिचौलिया प्रभाव के कारण यह महत्वाकांक्षी योजना स्थापना काल में ही दम तोड़ दिया. इस तरह नलकूपों के लाभ से किसान वंचित हो गये है.