तत्कालीन डीइओ पर होगी विभागीय कार्रवाई
एक ही पत्रांक से दो पत्र जारी करने का मामला सीतामढ़ी/परिहार : तत्कालीन डीइओ कुमार सहजानंद बुरी तरह फंस गये है. सरकार ने उन्हें निलंबित करने के साथ ही उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का भी आदेश दिया है. उन पर एक ही पत्रांक व तिथि से अलग-अलग पत्र जारी करने और बाद में पत्रों […]
एक ही पत्रांक से दो पत्र जारी करने का मामला
सीतामढ़ी/परिहार : तत्कालीन डीइओ कुमार सहजानंद बुरी तरह फंस गये है. सरकार ने उन्हें निलंबित करने के साथ ही उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का भी आदेश दिया है. उन पर एक ही पत्रांक व तिथि से अलग-अलग पत्र जारी करने और बाद में पत्रों को रद्द करने का आरोप है.
मदरसा बोर्ड को भेजे गये जाली पत्र के मामले में प्राथमिकी दर्ज न कराकर तत्कालीन डीइओ बड़ी चूक किये थे. यहीं चूक उनके निलंबन का एक बड़ा कारण माना जा रहा है.
खास बात यह कि जिस 88 मदरसा की जांच कर स्वीकृति देने के लिए फरजी रिपोर्ट मदरसा बोर्ड को भेजी गयी थी, उसमें से 61 मदरसा के बहुत शिक्षकों को वेतन भी मिल रहा हैं तो बहुत से शिक्षक वेतन के लिए कार्यालय का दौर लगा रहे है.
यानी फरजी रिपोर्ट के आलोक में बोर्ड द्वारा 61 मदरसा को संचालन की स्वीकृति ही नहीं दी गयी, बल्कि वेतन भुगतान भी शुरू कर दिया गया है.
क्या हैं पूरा मामला : मदरसा अजीजिया अरबिया, हरपुर-बलहां, बाजपट्टी के प्रधान शिक्षक मो वद्दीउज्जमा ने पूर्व मंत्री शाहिद अली खां से शिकायत की थी कि हरपुरवा गांव स्थित मिसवाहुल उलूम, मदरसा का दो निबंधन संख्या है. डीइओ कार्यालय के पत्र के आलोक में बोर्ड ने दो निबंधन संख्या निर्गत किया था. बताया गया था कि एक ही पत्रांक के आधार पर उक्त मदरसा को निबंधन संख्या क्रमश: 302 व 1302 निर्गत किया गया था. यह शिकायत डीएम,
प्रमंडलीय आयुक्त व अन्य अधिकारियों से भी की गयी थी. इधर, दूसरा मामला यह है कि डीइओ कार्यालय द्वारा एक ही पत्रांक व दिनांक से मदरसा शिक्षक वजेर आलम को हज पर जाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र एवं 88 मदरसा से संबंधित रिपोर्ट मदरसा बोर्ड को भेजी गयी थी. पूर्व मंत्री मो खां के पत्र के आलोक में माध्यमिक शिक्षा के विशेष निदेशक रहे बलिराम प्रसाद ने 20 अप्रैल 2014 को डीइओ को पत्र भेज वस्तु स्थिति की जानकारी मांगी थी. जांच के बाद सच्चाई सामने आयी और तत्कालीन डीइओ पर उक्त कार्रवाई की गयी है.
शातिर रामबाबू की संदिग्ध स्थिति में मौत