कलश यात्रा में शामिल होती हैं मधुबनी की कन्याएं
चोरौत : प्रखंड के अमनपुर गांव में वर्ष 2000 से मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा होती आ रही हैं . यहां की पूजा में दोनों समुदाय के लोग बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं. प्रतिमा का निर्माण व प्रसाद वितरण करने के लिए बुकिंग होती है. कई वर्षों पूर्व तक की बुकिंग हो […]
चोरौत : प्रखंड के अमनपुर गांव में वर्ष 2000 से मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा होती आ रही हैं . यहां की पूजा में दोनों समुदाय के लोग बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं. प्रतिमा का निर्माण व प्रसाद वितरण करने के लिए बुकिंग होती है. कई वर्षों पूर्व तक की बुकिंग हो चुकी है. नेपाल के श्रद्धालु भी पूजा में आर्थिक सहयोग करते हैं.
वर्षों से पंडित कृष्णकांत झा आचार्य की भूमिका अदा करते आ रहे हैं. श्री झा बताते हैं कि यहां वैष्णवी विधि से मां दुर्गा की पूजा की जाती है. पूजा समिति के अध्यक्ष राम नारायण चौधरी ने बताया कि कलश शोभा यात्रा में पड़ोसी जिला मधुबनी की भी कुंवारी कन्याएं शामिल होती है. शराब पर पूरी तरह प्रतिबंध है. फिर भी समिति की ओर से नशे में पूजा स्थल पर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. मूर्तिकार अविनाश चौधरी प्रतिमा को आकर्षक बनाने में लगे हुए हैं.