नवरात्र के चौथे दिन मां चंद्रघंटा का हुआ आह्वान
सीतामढ़ी : विगत चार दिनों से नगर समेत पूरा जिला मां दुर्गा की भक्तिमय संगीत व दुर्गा सप्तसती के श्लोकों से भक्तिमय बना हुआ है. नवरात्र के चौथे दिन मंगलवार को मां की तीसरी शक्ति चंद्रघंटा रूप की पूरे भक्तिभाव के साथ पूजा-अर्चना एवं आवाहन किया गया. जानकारों के अनुसार मां के सिर पर घंटा […]
सीतामढ़ी : विगत चार दिनों से नगर समेत पूरा जिला मां दुर्गा की भक्तिमय संगीत व दुर्गा सप्तसती के श्लोकों से भक्तिमय बना हुआ है. नवरात्र के चौथे दिन मंगलवार को मां की तीसरी शक्ति चंद्रघंटा रूप की पूरे भक्तिभाव के साथ पूजा-अर्चना एवं आवाहन किया गया. जानकारों के अनुसार मां के सिर पर घंटा के आकार का चंद्रमा सुशोभित है.
उनके 10 हाथ है, जिसमें अलग-अलग प्रकार के अस्त्र सुशोभित है. मां चंद्रघंटा शेर पर सवार होकर गर्जना कर रही है. उनकी गर्जना से दैत्य-दानव भयभीत होकर भागने लगता है. इसलिए मां की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है. मां के इस रूप की पूजा-अर्चना करने से मनुष्य भयमुक्त होता है. मन के विकारों का हरण हो जाता है और मनुष्य निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर होने लगता है. इस तरह पूरी निष्ठा के साथ जिले के दर्जनों पूजा पंडालों में मंगलवार को मां चंद्रघंटा रूप की पूजा-अर्चना व आरती की गयी.