बंद होने के कगार पर हैं 190 प्राथमिक विद्यालय

ग्रहण. भवन निर्माण को नहीं मिल रही जमीन सीतामढ़ी : जिले के सभी 17 प्रखंडों में 190 प्राथमिक विद्यालय बंद होने के कगार पर है. कारण कि उक्त स्कूलों का भवन बनाने के लिए भूमि उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. प्रशासन के स्तर से काफी प्रयास के बावजूद सफलता नहीं मिल रही है. विगत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2016 5:07 AM

ग्रहण. भवन निर्माण को नहीं मिल रही जमीन

सीतामढ़ी : जिले के सभी 17 प्रखंडों में 190 प्राथमिक विद्यालय बंद होने के कगार पर है. कारण कि उक्त स्कूलों का भवन बनाने के लिए भूमि उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. प्रशासन के स्तर से काफी प्रयास के बावजूद सफलता नहीं मिल रही है. विगत कई वर्षों से भूमि की तलाश की जा रही है. सर्वशिक्षा अभियान की हर बैठक में डीएम राजीव रौशन द्वारा संबंधित अधिकारियों को स्कूलों के लिए भूमि की तलाश करने का निर्देश दिया जाता रहा है. बावजूद इसमें अपेक्षित सफलता नहीं मिली है.
नौनिहालों को होगी परेशानी. बता दें कि राज्य सरकार द्वारा उन टोले व मुहल्लों में प्राथमिक स्कूल खोला गया, जहां के बच्चों को पठन-पाठन में काफी परेशानी होती थी. सूत्रों ने बताया कि सबसे पहले भवन के लिए भूमि की तलाश की जानी चाहिए थी, पर ऐसा न कर पहले स्कूल ही खोल दिया गया.
अब भूमि उपलब्ध नहीं होने के कारण करीब 200 स्कूल बंद होने के कगार पर पहुंच गया है. अगर उक्त तमाम स्कूल बंद हो गये तो हजारों नौनिहालों को प्राथमिक शिक्षा ग्रहण कराने में उनके अभिभावकों को आर्थिक क्षति के साथ-साथ काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
रून्नीसैदपुर में सबसे अधिक स्कूल . 190 नवसृजित प्राथमिक विद्यालयों में सबसे अधिक रून्नीसैदपुर प्रखंड में 42 स्कूल है. वहीं, डुमरा में 36, बैरगनिया में 21, बेलसंड में 16, परिहार में 11, पुपरी, रीगा व सुप्पी में नौ-नौ, सुरसंड में आठ, सोनबरसा में सात, पुपरी में छह, मेजरगंज व चोरौत में चार-चार एवं बथनाहा, बोखड़ा व नानपुर में एक-एक स्कूल है.
कहते हैं अधिकारी
सर्वशिक्षा अभियान के डीपीओ प्रेमचंद्र ने बताया कि भूमि की उपलब्धता के लिए संबंधित बीइओ व सीओ के स्तर से प्रयास किया जा रहा है. साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधियों के प्रयास से निजी जमीन दान में लेने का प्रयास किया जा रहा है.

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