सिमरन की गला दबा कर हत्या की कोशिश, आरोपित युवक गिरफ्तार
बाजपट्टी (सीतामढ़ी) : ढाका के मो शमीम अख्तर के शिकंजे से मुक्त करायी गयी सिमरन (काल्पनिक नाम) की सोमवार की रात हत्या की कोशिश की गयी. गला दबा कर जान मारने की कोशिश करने के आरोप में परमानंद कुमार नामक युवक को पुलिस ने घटना के कुछ देर बाद ही गिरफ्तार कर लिया. उसे मंगलवार […]
बाजपट्टी (सीतामढ़ी) : ढाका के मो शमीम अख्तर के शिकंजे से मुक्त करायी गयी सिमरन (काल्पनिक नाम) की सोमवार की रात हत्या की कोशिश की गयी. गला दबा कर जान मारने की कोशिश करने के आरोप में परमानंद कुमार नामक युवक को पुलिस ने घटना के कुछ देर बाद ही गिरफ्तार कर लिया.
उसे मंगलवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. सिमरन की मानें, तो परमानंद मो शमीम का सहयोगी है. उसने उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश भी की. पुलिस ने परमानंद के पास से एक चाकू बरामद किया है. ढाका से मुक्त कराये जाने के बाद से ही सिमरन एक महिला व एक पुरुष अंगरक्षक के संरक्षण में रह रही है. दोनों अंगरक्षकों ने ही उसकी जान व आबरू बचायी. मामले में सिमरन ने प्राथमिकी दर्ज करायी है.
सिमरन डुमरा थाना क्षेत्र के रसलपुर गांव के स्व राजीव कुमार सिंह की पुत्री है. उसकी मां का नाम खुशबू देवी है, जिसका संबंध सीतामढ़ी मंडलकारा में बंद रहने के
सिमरन की गला
दौरान शातिर अपराधी शमीम अख्तर से हो गया था. कथित रूप से शादी करने के बाद वह शमीम की पत्नी बन कर वह उसके साथ ढाका में रहने लगी थी. सिमरन के अनुसार शमीम ने घुमाने के बहाने उसकी मां को बाहर ले जाकर हत्या कर दी थी. मां की हत्या के बाद शमीम उसे नशा की सूई देकर शारीरिक संबंध बनाने लगा. उसे हमेशा नशे में रख कर घर में कैद कर लिया गया. शमीम के दोस्त भी नशे की हालत में उसके साथ संबंध बनाते थे.
पड़ोसी की सूचना के बाद 2015 में पुलिस ने सिमरन को कैद से मुक्त कराया था, जिसके बाद से शमीम फरार है.
इधर, शमीम के आपराधिक रिकार्ड को देखते हुए सुरक्षा के लिए सिमरन को अंगरक्षक दिया गया है. तब से वह बाजपट्टी थाना क्षेत्र के बाबू नरहा गांव निवासी व अपने मामा दिग्विजय मिश्र के यहां रह रही है.
बाजपट्टी के बाबू नरहा गांव में हुई घटना
मामा के घर रात में सोने के दौरान छत पर पहुंचे तीन आरोपित
गिरफ्तार युवक के पास से पुलिस ने जब्त किया चाकू
सिमरन बोली, शमीम अख्तर का सहयोगी है गिरफ्तार परमानंद
ढाका के शातिर शमीम अख्तर के शिकंजे से मुक्त हुई थी सिमरन
महिला व पुरुष अंगरक्षकों ने बचायी जान
सिमरन ने पुलिस को बताया है कि सोमवार रात वह चौकीदार इंदु देवी के साथ मामा के घर में छत पर सोयी थी. करीब 10:30 बजे ग्रामीण (बाबू नरहा) परमानंद कुमार दो-तीन अज्ञात लोगों के साथ छत पर पहुंचा. उसका गला दबाने व दुष्कर्म की कोशिश की. परमानंद के हाथ में चाकू था. चिल्लाने पर चौकीदार इंदु देवी की नींद खुल गयी. तभी नीचे सोये सिपाही अरविंद कुमार यादव छत पर पहुंच गये. इसके बाद तीनों वहां से फरार हो गये. घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार मौके पर पहुंचे. कुछ दी देर बाद आरोपित परमानंद को उसके घर से चाकू के साथ गिरफ्तार कर लिया गया.