बच्चों को खाना खाने से रोका
आक्रोश. मवि एकडंडी उर्दू में ग्रामीणों ने बंद कराया एमडीएम एमडीएम के तहत बना भोजन हुआ बरबाद डेस्क-बेंच तोड़ने व दुर्व्यवहार का भी आरोप परिहार : प्रखंड के मध्य विद्यालय, एकडंडी उर्दू में गांव के कुछ लोगों द्वारा सोमवार व मंगलवार को एमडीएम बंद करा दिया गया. इतना हीं नहीं, शिक्षिकाओं के साथ दुर्व्यवहार किया […]
आक्रोश. मवि एकडंडी उर्दू में ग्रामीणों ने बंद कराया एमडीएम
एमडीएम के तहत बना भोजन हुआ बरबाद
डेस्क-बेंच तोड़ने व दुर्व्यवहार का भी आरोप
परिहार : प्रखंड के मध्य विद्यालय, एकडंडी उर्दू में गांव के कुछ लोगों द्वारा सोमवार व मंगलवार को एमडीएम बंद करा दिया गया.
इतना हीं नहीं, शिक्षिकाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया. इसका खुलासा तब हुआ है, जब प्रधान शिक्षक रउदी मेहतर द्वारा बीडीओ व बीइओ से लिखित तौर पर शिकायत की गयी है. बताया गया है कि ग्रामीण मो शाहिद, मो लालबाबू व नईम अंसारी द्वारा स्कूल में सबसे पहले शिक्षिकाओं के साथ गाली-गलौज की गयी और बाद में रसोइया को डरा-धमका कर एमडीएम बंद करा दिया गया. सोमवार को उक्त लोगों द्वारा बच्चों को एमडीएम खाने से रोक दिया गया.
भोजन को एक कमरे में रख कर बाहर से ताला जड़ दिया गया, जिसके चलते पूरा खाना बर्बाद हो गया. अगले दिन भी एमडीएम नहीं बनाने दिया गया. डरी-सहमी शिक्षिकाओं ने थानाध्यक्ष से शिकायत की है. बताया है कि असामाजिक तत्वों द्वारा स्कूल में उत्पात मचाया जाता है. कमरे का ताला एवं डेस्क-बेंच तोड़ने के साथ हीं वर्ग कक्ष में शौच कर देने का आरोप लगाया गया है.
नहीं है एक भी पुरुष शिक्षक
उक्त स्कूल में आठ शिक्षिका हैं. एक भी पुरुष शिक्षक नहीं हैं. रउदी मेहतर वित्तीय प्रधान हैं. छह माह पूर्व स्कूल के शिक्षक दो गुट में बंट गये थे. बच्चों का पठन-पाठन बाधित होने लगा था. तब बीडीओ निरंजन कुमार ने बीच का रास्ता निकाला और पुरुष शिक्षकों का तबादला कर दिया था. यहां की एक शिक्षिका शिखा कुमारी सीतामढ़ी में दो वर्षों से प्रतिनियुक्त हैं. बुधवार को पता चला कि शिक्षिका रिफत आरा अवकाश पर हैं. शेष छह शिक्षिका मौजूद थी.
हाजिरी 329 की, मौजूद 200 : स्कूल में कुल नामांकित बच्चे 675 हैं. 329 की हाजिरी बनायी गयी थी. हालांकि मौजूद मात्र 200 बच्चे थे. एमडीएम बन रहा था. बताया गया है कि एमडीएम बंद रहने की बाबत गांव के किसी व्यक्ति ने एमडीएम प्रभारी नंदकिशोर को जानकारी दी थी.
बावजूद उन्होंने सूध नहीं ली. शिक्षिका अजीमा अरफा ने बताया कि दो माह में एक दिन भी एमडीएम प्रभारी स्कूल में नहीं आये हैं.