शांति सौहार्द का त्योहार है मुहर्रम
सीतामढ़ी : रहमानिया कमेटी मेहसौल के सौजन्य से आजाद चौक पर मंगलवार की संध्या शहीदे-कर्बला कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. इस अवसर पर हाजी मौलाना अजमत साहब ने कहा कि मुहर्रम का त्योहार शांति का त्योहार है. इसमें लोगों को रोजा रखना चाहिए और इबादत करनी चाहिए. ताजिया निकालना या खेल तमाशा इसलाम में नहीं […]
सीतामढ़ी : रहमानिया कमेटी मेहसौल के सौजन्य से आजाद चौक पर मंगलवार की संध्या शहीदे-कर्बला कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. इस अवसर पर हाजी मौलाना अजमत साहब ने कहा कि मुहर्रम का त्योहार शांति का त्योहार है. इसमें लोगों को रोजा रखना चाहिए और इबादत करनी चाहिए. ताजिया निकालना या खेल तमाशा इसलाम में नहीं है. लोगों को इससे बचना चाहिए. मौलाना मुर्तुजा ने लोगों को शांति और भाईचारे का पैगाम देते हुए कहा कि लोगों को इसलाम के नियम के अनुरुप हीं कार्य करना चाहिए.
आपस की मुहब्बत हीं खुदा की नेमत है. मौलाना करीइखलाक ने कहा कि हुजूर के बताये हुए रास्ते पर चल कर हीं व्यक्ति खुदा के नजदीक हो सकता है और इमान का पक्का बन सकता है. मंच का संचालन मौलाना कलीमुला साहब ने किया. मौके पर कमेटी के सचिव अलाउद्दीन बिस्मिल, हाजी अब्दुल कादिर, मास्टर अंजार, मो जुनैद आलम, अजीजुर रहमान, पूर्व मुखिया अजीमुद्दीन, सरबर खान, मो अफरोज समेत अन्य कई लोग उपस्थित थे.