बैंडबाजे की धुन पर थिरकने लगे बराती

सीतामढ़ी : श्रीराम-जानकी की अमर विवाहोत्सव के समापन के साथ हीं शादी-विवाह का सिलसिला शुरू हो गया. शहर के मंदिर व सड़कों पर बैंड-बाजे की गुंज सुनाई देने लगी है. शहर से सटे पुनौरा मंदिर परिसर में विवाह पंचमी की रात कई जोड़े लड़का-लड़की की शादी कार्यक्रम संपन्न हुये. इसी प्रकार शहर स्थित जानकी स्थान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2016 4:37 AM

सीतामढ़ी : श्रीराम-जानकी की अमर विवाहोत्सव के समापन के साथ हीं शादी-विवाह का सिलसिला शुरू हो गया. शहर के मंदिर व सड़कों पर बैंड-बाजे की गुंज सुनाई देने लगी है. शहर से सटे पुनौरा मंदिर परिसर में विवाह पंचमी की रात कई जोड़े लड़का-लड़की की शादी कार्यक्रम संपन्न हुये. इसी प्रकार शहर स्थित जानकी स्थान मंदिर में शादी-विवाह का सिलसाला जारी रहा.

बैंड-बाजे वाले के बीच दुल्हा-दूल्हीन के रिश्तेदार झूमते रहे. वहीं, शादी-विवाह को लेकर उनके रिश्तेदारों में खास उत्साह दिख रहा था. शादी के दौरान जीजा-शाली के बीच गीत के माध्यम से हसी-ठहाके की दौड़ भी चलता रहा. विवाह पंचमी के बाद शादी-विवाह के लिए शुभ मुर्हूत माना जाता है. यहीं कारण हैं कि विवाह पंचमी के बाद लड़की वाले शादी के लिए अपने पंडित से शुभ मुर्हूत निकलवाने में जुट गये है.

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