दोपहर में धूप ने दी राहत शाम में बढ़ी कनकनी

गरम कपड़ा के कारोबार में आयी तेजी, चाय दुकान की बढ़ी रौनक मनीगाछी : सुबह धूप निकलने से सोमवार को आमजन ने थोड़ी सी राहत महसूस की. रविवार की ठंडी से लोगों को निजात मिली. कड़ाके की ठंड से अस्त-व्यस्त जनजीवन में जो ठहराव सा आ गया था, उसमें हल्की गति आयी. लोग हाट-बाजार खरीदारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2016 5:01 AM

गरम कपड़ा के कारोबार में आयी तेजी, चाय दुकान की बढ़ी रौनक

मनीगाछी : सुबह धूप निकलने से सोमवार को आमजन ने थोड़ी सी राहत महसूस की. रविवार की ठंडी से लोगों को निजात मिली. कड़ाके की ठंड से अस्त-व्यस्त जनजीवन में जो ठहराव सा आ गया था, उसमें हल्की गति आयी. लोग हाट-बाजार खरीदारी के लिए निकले. हालांकि दोपहर करीब ढाई बजे से तेज पछुआ हवा बहने से कनकनी एक बार फिर बढ़ गई. लिहाजा लोग जल्दी-जल्दी जरूरत के सामान की खरीदारी कर घर वापस होते नजर आये.
अमई के लाल यादव बताते हैं कि एक तो नोट बंदी की मार महीना भर से झेल रहे हैं. वहीं इस ठंड ने रोजगार को चौपट कर दिया है. दिन छोटा होने की वजह से भी लोग इस समय काम कराना नहीं चाहते. वहीं दूसरी ओर गरम कपड़ा के दुकानदार राजू साह गंगा साह बताते हैं कि ठंड बढ़ने से गरम कपड़े की बिक्री में तेजी आयी है.
अगर इसी तरह का समय रहा तो सारा माल निकल जाएगा. चाय दुकानदार महेंन्द्र साह व राम चन्द्र महतो कहते हैं कि चाय की खपत में भी वृद्धि हुई है. चाय नहीं पीनेवाले भी ठंड से निजात पाने के लिए चाय की चुस्की ले रहे हैं. किसान अरुण राय बताते हैं कि गेहूं के लिए यह मौसम तो अच्छा है, लेकिन दलहन, तेलहन एवं आलू की फसल के लिए ठीक नहीं है.
मौसम के इस मिजाज से लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है. खासकर बीपी के मरीजों को बहुत सतर्क रहने की हिदायत डाक्टरों द्वारा दी जा रही है. डा. सियाराम मिश्र व डा. मोहन झा बताते हैं कि बीपी के मरीजों को ठंड में सैर करने से बचना जरूरी है. वैसे ऐसे मरीजों के लिए टहलना आवश्यक है, इसलिए जब वे बाहर निकलें तो पूरी तरह गरम कपड़ों के साथ पूरे शरीर को ढक कर ही निकलें.

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