12 प्रखंडों में अब तक नहीं हो सकी धान की खरीद

उदासीनता. तीन लाख 92 हजार 449 मीटरिक टन धान की हुई उपज डुमरा : जिले में इस साल धान का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है. इलाके के किसानों की मेहनत की बदौलत जिले में कुल 3 लाख 92 हजार 449 मीटरिक टन धान का उत्पादन हुआ है. इसके विरुद्ध सरकारी गोदामों में महज 473.800 मीटरिक धान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2017 12:34 AM

उदासीनता. तीन लाख 92 हजार 449 मीटरिक टन धान की हुई उपज

डुमरा : जिले में इस साल धान का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है. इलाके के किसानों की मेहनत की बदौलत जिले में कुल 3 लाख 92 हजार 449 मीटरिक टन धान का उत्पादन हुआ है. इसके विरुद्ध सरकारी गोदामों में महज 473.800 मीटरिक धान ही पहुंच सके है. शेष धान किसानों के घरों में पड़े है या फिर किसान बिचौलियों के माध्यम से अपना धान भेज रहे है.
15 नवंबर से धान खरीद की प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू हुई थी. लेकिन दो माह बाद भी धान क्रय की उपलब्धि कुछ खास नहीं रह गयी है. जिले के डुमरा, बथनाहा, पुपरी, नानपुर, बोखड़ा, बेलसंड, चोरौत रून्नीसैदपुर, मेजरगंज, सुरसंड, बाजपट्टी व परिहार समेत 12 प्रखंडों में अब तक धान क्रय की शुरुआत भी नहीं हो सकी है. अब तक केवल बैरगनिया, सोनबरसा, बेलसंड, परसौनी व रीगा समेत पांच प्रखंडों के किसानों से ही कुल 473.800 मीटरिक टन धान ही पैक्स व व्यापार मंडलों के माध्यम से बेचा है.
हालांकि 2,487 किसानों ने धान की खरीद के लिये किसानों ने निबंधन कराया है. बावजूद इसके धान क्रय की प्रक्रिया उलझ कर रह गयी है. सहकारिता विभाग अब तक धान में नमी होने की वजह से धान क्रय की प्रक्रिया प्रभावित होने की बात कह रहा है.क्रय प्रक्रिया की जटिलता व नमी बनी बाधक
धान क्रय प्रक्रिया को पारदर्शी बनाये के लिये सरकार व विभाग द्वारा बनायी गयी प्रक्रिया की जटिलता ही धन क्रय में बाधक बनी हुई है. सरकार ने ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिये पहले किसानों का निबंधन कराने को अनिवार्य कर दिया है. उक्त नियम रैयत व गैर रैयत किसानों के लिये लागू किया गया है. उक्त नियम की प्रक्रिया में किसान उलझे है तो धान में व्याप्त नमी की वजह से विभाग धान खरीदने की जहमत नहीं उठा पा रहा है.
कहते हैं अधिकारी
जिला सहकारिता पदाधिकारी डा ललन कुमार शर्मा के अनुसार मौसम में बदलाव की वजह से धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया प्रभावित हुई है. अब तक 2,487 किसानों ने धान क्रय के लिये निबंधन कराया है. बताया कि तापमान बढ़ने के बाद धान की नमी भी कम होगी, वहीं निबंधन में भी वृद्धि होगी.
किसान मायूस
डुमरा, बथनाहा, पुपरी, नानपुर, बोखड़ा, बेलसंड, चोरौत रून्नीसैदपुर, मेजरगंज, सुरसंड, बाजपट्टी व परिहार प्रखंड में अब तक नहीं हो सकी धान की खरीद
नमी की बात कह कर सहकारिता विभाग झाड़ रहा पल्ला
पांच प्रखंडों में दो माह में हो सकी महज 473.800 मीटरिक टन धान की खरीद
धान का उत्पादन व किसानों ने कराया निबंधन
प्रखंड धान का उत्पादन किसानों की संख्या धान का क्रय
डुमरा 36,766 मीटरिक टन 252 00
बथनाहा 26,139 मीटरिक टन 257 00
बैरगनिया 12,056 मीटरिक टन 175 34.600 मीटरिक टन
पुपरी 15,694 मीटरिक टन 81 00
नानपुर 23,562 मीटरिक टन 115 00
बोखड़ा 16,519 मीटरिक टन 36 00
बेलसंड 8,769 मीटरिक टन 22 00
सोनबरसा 30,863 मीटरिक टन 439 285.800 मीटरिक टन
चोरौत 10,349 मीटरिक टन 17 00
परसौनी 10,246 मीटरिक टन 78 25 मीटरिक टन
सुप्पी 19,136 मीटरिक टन 136 00
रून्नीसैदपुर 48116 मीटरिक टन 137 00
सुरसंड 24,464 मीटरिक टन 90 00
मेजरगंज 8,462 मीटरिक टन 90 00
बाजपट्टी 28,562 मीटरिक टन 104 00
परिहार 40,144 मीटरिक टन 86 00
रीगा 22,496 मीटरिक टन 372 101.200 मीटरिक टन

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