जेल में बंद डाक सहायक की बनती रही हाजिरी

सीतामढ़ी : घरेलू हिंसा के एक मामले में सीतामढ़ी जेल में बंद रहने की अवधि में हरिशंकर प्रसाद नामक डाक सहायक का कार्यालय में हाजिरी बनती रही. यानी जेल में बंद रहने के दौरान भी कार्यालय में कार्यरत रहना. दिलचस्प बात यह है कि हस्ताक्षर भी डाक सहायक का ही है. अब सवाल उठता है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2017 3:05 AM

सीतामढ़ी : घरेलू हिंसा के एक मामले में सीतामढ़ी जेल में बंद रहने की अवधि में हरिशंकर प्रसाद नामक डाक सहायक का कार्यालय में हाजिरी बनती रही. यानी जेल में बंद रहने के दौरान भी कार्यालय में कार्यरत रहना. दिलचस्प बात यह है कि हस्ताक्षर भी डाक सहायक का ही है. अब सवाल उठता है कि अगर डाक सहायक जेल में थे, तो उनकी हाजिरी कैसे बनी. मामला जिले के सोनबरसा थाना क्षेत्र के मढ़िया गांव निवासी हरिशंकर प्रसाद से जुड़ा है. हरिशंकर एक दिसंबर 2014 तक डाक विभाग, हाजीपुर में डाक सहायक के पद पर

जेल में बंद डाक

कार्यरत हैं. इससे पूर्व घरेलू हिंसा के एक मामले में वह 2014 में 25 नवंबर से 25 दिसंबर तक सीतामढ़ी जेल में बंद थे. जबकि, सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गयी सूचना से यह सामने आया है कि जेल में बंद रहने की अवधि में भी श्री प्रसाद ने हस्ताक्षर कर अपनी हाजिरी बनायी है.

पुत्र ने किया था घरेलू हिंसा का केस

25 नवंबर 2014 को विद्या भूषण प्रसाद ने नगर थाना में कांड संख्या 951/14 दर्ज करायी थी. इसमें उसने अपने पिता हरिशंकर प्रसाद को आरोपित किया था. आरोप लगाया था कि उसकी मां की मृत्यु वर्ष 1997 में हो गयी. मां की मौत के बाद उसके पिता ने दो-तीन शादियां कर लीं. शराब का नशा भी करते हैं. माह में 3-4 बार घर आते है, लेकिन घर का खर्चा नहीं देते. बहन खुशबू कुमारी के साथ मारपीट व जबरदस्ती मेहनत-मजदूरी करवाते हैं. बुआ सुमित्रा देवी व फूफा शुभनारायण महतो के साथ मिल कर तरह-तरह का अत्याचार करते हैं.

गिरफ्तार कर पुलिस ने भेजा जेल

डाक सहायक के खिलाफ मामले का जांच के क्रम में अनुसंधानकर्ता अमरेंद्र कुमार ने हरिशंकर महतो को 26 नवंबर 2014 को सीतामढ़ी शहर स्थित बासुश्री सिनेमाघर के पास से गिरफ्तार किया था. बाद में सीजेएम के न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया. 31 जनवरी 2015 को अनुसंधानकर्ता अमरेंद्र कुमार ने हरिशंकर प्रसाद के खिलाफ लगे आरोपों को सत्य करार देते हुए कोर्ट में आरोप-पत्र समर्पित कर दिया.

हत्या, अपहरण व धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज

डाक सहायक श्री महतो के खिलाफ सीतामढ़ी व नवादा जिले के विभिन्न थानों में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं.

थाना कांड संख्या आरोप

कन्हौली 19/98 अपहरण

नगर 49/97 हत्या

951/14 घरेलू हिंसा

251/ मारपीट

सोनबरसा 45/15 मारपीट

नवादा 334/07 जालसाजी

नवादा 80/07 मारपीट

सीतामढ़ी व नवादा में हत्या, अपहरण व जालसाजी का मामला भी है दर्ज

हाजीपुर डाकघर में पदस्थापना

के दौरान जेल में थे बंद

वर्तमान में पूर्णिया डाकघर में हैं कार्यरत

पुत्र व पुत्री को छोड़ तीन शादियां कर चुके हैं डाक सहायक

फोटो : हरिशंकर प्रसाद

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