पति ने हत्या कर फेंका शव, सास ने दी मुखाग्नि
सीतामढ़ी/रीगा. बिहार के सीतामढ़ी में रीगा थाना क्षेत्र के रेवासी गांव की 55 वर्षीय बच्ची देवी ने कभी सोचा नहीं था कि जीवन में ऐसा भी दिन भी आयेगा, जब अपने हाथों बहू को मुखािग्न देनी पड़ेगी, लेकिन नियति को यही मंजूर था. बेटों ने दहेज के लिए बहू को मार कर शव को फेंक […]
सीतामढ़ी/रीगा. बिहार के सीतामढ़ी में रीगा थाना क्षेत्र के रेवासी गांव की 55 वर्षीय बच्ची देवी ने कभी सोचा नहीं था कि जीवन में ऐसा भी दिन भी आयेगा, जब अपने हाथों बहू को मुखािग्न देनी पड़ेगी, लेकिन नियति को यही मंजूर था. बेटों ने दहेज के लिए बहू को मार कर शव को फेंक दिया. पोस्टमार्टम के बाद बहू का शव लेकर समधी उसके घर पहुंच गये. सरपंच से बेटी के अंतिम संस्कार की मदद मांगी. सरपंच ने गांव के श्मशान में अंतिम संस्कार करने की इजाजत दे दी. लेकिन, उसके सामने अब बड़ा सवाल था कि मुखाग्नि कौन देगा?
पुलिस कार्रवाई की चिंता छोड़ उठाया साहसिक कदम
इस ऊहापोह के बीच मृतका सुनीता देवी की सास व हत्यारोपित प्रभु साह की मां बच्ची देवी ने वह कर दिखाया है, जो हर किसी के लिए संभव नहीं है. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने मृतका के पिता नेपाल के डुमरिया निवासी सुखारी साह को शव सौंपा था. नेपाल के होने की वजह से वह शव लेकर बेटी के ससुराल रेवासी पहुंचा. उसके आग्रह पर सरपंच ने गांव में ही अंतिम संस्कार करने की सहमति दी.
मृतका के हैं तीन छोटे-छोटे बच्चे
मृतका के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं. सबसे छोटा बेटा महज चार माह का है. ऐसे में मृतका की सास बच्ची देवी ने बहू को खुद ही मुखाग्नि देने की ठानी. मंगलवार की शाम गांव के श्मशान में सुनीता को मुखाग्नि दी गयी. बच्ची देवी के इस साहसिक कदम की गांव में सराहना हो रही है.
क्या है मामला
रीगा थाने के रेवासी गांव में पति प्रभु साह व सौतन ने मिल कर बीते 26 मार्च की रात में सुनीता देवी की हत्या कर दी. शव को नगर थाना क्षेत्र के मधुबन गांव में शव फेंक दिया. प्रभु की 12 साल पहले शादी हुई थी. पहली पत्नी से आठ साल तक कोई संतान नहीं हुआ. संतान के लिए उसने पांच साल पहले नेपाल के डुमरिया गांव निवासी सुखारी साह की पुत्री सुनीता से शादी की थी. सुनीता को तीन पुत्र हुए. सबसे छोटा बेटा चार महीने का है, वहीं सबसे बड़ा बेटा साढ़े तीन साल का है. जिन बच्चों के लिए प्रभू ने दूसरी शादी की थी, उनको वे अपने हाथों से अनाथ कर दिया.
मुखािग्न देने के बाद बच्ची ने घर छोड़ा
बता दें कि मंगलवार को मुखाग्नि देने के बाद बच्ची देवी घर में ही थी. बुधवार को पुलिस के डर से वह भी कहीं चली गयी है. उसे डर है कि पुलिस उसे भी पकड़ लेगी और फरार बेटों के बारे में पूछताछ करेगी. उधर, सुनीता के पिता सुखारी साह ने दहेज के लिए हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है. पति प्रभु साह, भैसुर उमेश साह, सौतन व राज किशोर साह को आरोपित किया गया है. प्रभु साह की शादी कराने वाले ग्रामीण वासुदेव साह घटना के बाद तीनों बच्चों को अपने घर पर रखा था. बुधवार को तीनों को उसके नाना अपने घर लेकर चले गये.