बेपरवाह रहा है पुरातत्व विभाग
सीतामढ़ी/रीगा : रीगा प्रखंड में योगवाना में मिले 11 सौ साल पुराने पालकालीन मंदिर के अवशेष को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है. लोग अपने तरीके से उक्त स्थल को लेकर दलील दे रहे है. सच्चाई का खुलासा तभी हो पायेगा जब पुरातत्व विभाग की टीम मामले की जांच करेगी. बकौल बीडीओ मंगलवार को पुरातत्व […]
सीतामढ़ी/रीगा : रीगा प्रखंड में योगवाना में मिले 11 सौ साल पुराने पालकालीन मंदिर के अवशेष को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है. लोग अपने तरीके से उक्त स्थल को लेकर दलील दे रहे है. सच्चाई का खुलासा तभी हो पायेगा जब पुरातत्व विभाग की टीम मामले की जांच करेगी. बकौल बीडीओ मंगलवार को पुरातत्व विभाग की टीम योगवाना पहुंचेगी. लेकिन पुरातत्व विभाग योगवाना पहुंचती भी है या नहीं, इस पर सवाल है. वजह इलाके के प्रति पुरातत्व विभाग की टीम बेपरवाह रहीं है
. नौ माह पूर्व रीगा के मेहसिया में सड़क निर्माण के दौरान भी भगवान विष्णु की मूर्ति व सुदर्शन चक्र बरामद हुआ था. लोगों ने मूर्तियों को उठा मंदिर में रख कर पूजा-अर्चना शुरू कर दी थी. मौके पर पहुंची पुलिस उक्त मूर्तियों को अपने कब्जे में नहीं ले सकी थी. स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा उसी वक्त पुरातत्व विभाग को सूचना दी गयी थी. विभाग ने शीघ्र पहुंचने की बात कहीं थी. लेकिन नौ माह बाद भी पुरातत्व विभाग की टीम रीगा नहीं पहुंच सकी. जाहिर है कि पुरातत्व विभाग इलाके के प्रति बेपरवाह है. विभाग ने थोड़ी भी दिलचस्पी दिखायी होती तो निश्चित रूप से कोई टीम रीगा आयी होती. अब जबकी एक बार फिर रीगा में बड़ा ऐतिहासिक व धार्मिक साक्ष्य सामने आया है. पुरातत्व विभाग की टीम आती भी है या नहीं.